100 करोड़ रुपये से 90 हजार करोड़ की संपत्ति, ये था सबसे तेज ग्रोथ वाला म्यूचुअल फंड, अब क्यों आया SEBI के रडार पर
Front Running Probe: ऐसी खबरें आई थीं कि सेबी ने फ्रंट रनिंग के मामले में जांच शुरू की है और कंपनी के दफ्तरों की तलाशी है. अब कंपनी ने खबरों की पुष्टि की है...
बाजार नियामक सेबी एसेट मैनेजमेंट कंपनी क्वांट म्यूचुअल फंड के खिलाफ फ्रंट रनिंग के कथित मामले में जांच कर रहा है. कंपनी ने इसके बारे में खबरें सामने आने के बाद बयान जारी किया है और सेबी की जांच की बात को सही बताया है. साथ ही कंपनी ने कहा है कि वह सेबी के साथ जांच में पूरा सहयोग कर रही है.
दफ्तरों की भी सेबी ने ली तलाशी
इससे पहले ऐसी खबरें सामने आई थीं कि क्वांट म्यूचुअल फंड के खिलाफ सेबी फ्रंट रनिंग की जांच कर रहा है. खबरों में ये भी दावा किया गया था कि जांच के तहत नियामक सेबी ने क्वांट म्यूचुअल फंड के दफ्तरों की तलाशी भी ली है. हालांकि जांच और दफ्तरों की तलाशी की खबरों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई थी, क्योंकि सेबी ने इस बारे में कोई सार्वजनिक जानकारी नहीं दी थी. अब कंपनी के द्वारा जांच की बात स्वीकार कर ली गई है.
कंपनी ने जारी की ये सफाई
क्वांट म्यूचुअल फंड ने रविवार की देर शाम बयान जारी कर अपने निवेशकों को बताया- हाल ही में क्वांट म्यूचुअल फंड को सेबी से इन्क्वायरी मिली हैं और हम इस बारे में आपकी चिंताओं को दूर करना चाहते हैं. हम आपको आश्वस्त करते हैं कि क्वांट म्यूचुअल फंड एक रेगुलेटेड एंटिटी है और हम किसी भी जांच में नियामक के साथ पूरा सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम जब-जब जरूरत होगी, नियमित आधार पर सेबी को सभी जरूरी जानकारियां और डेटा मुहैया कराते रहेंगे.
सबसे तेज तरक्की वाला फंड हाउस
क्वांट म्यूचुअल फंड की शुरुआत संदीप टंडन ने की थी. कंपनी को सेबी से 2017 में म्यूचुअल फंड का लाइसेंस मिला था. क्वांट म्यूचुअल फंड को सबसे तेज तरक्की करने वाला म्यूचुअल फंड हाउस बताया जाता है. आंकड़े भी इस बात को पुख्ता करते हैं. साल 2019 में क्वांट म्यूचुअल फंड के पास लगभग 100 करोड़ रुपये की संपत्ति थी, जो अभी बढ़कर 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है.
क्वांट म्यूचुअल फंड का पोर्टफोलियो
क्वांट म्यूचुअल फंड का पोर्टफोलियो काफी डायवर्स है, जिसमें विभिन्न सेक्टरों के लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप शेयर शामिल हैं. उसकी टॉप होल्डिंग्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज, अडानी पावर, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, अरबिंदो फार्मा, टाटा पावर कंपनी, सेल, एलआईसी, संवर्धन मदरसन इंटरनेशनल, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, जिंदल स्टील एंड पावर, कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया आदि शामिल हैं.
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