SEBI Order: बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने एक साल के लिए सात कमोडिटीज की फ्यूचर ट्रेडिंग (Future Trading) पर रोक लगा दी है. सेबी ने सोमवार को शेयर बाजारों को अगले आदेश तक गेहूं, कच्चे पाम तेल, मूंग और कुछ दूसरी कमोडिटी में नए डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट शुरू नहीं करने का निर्देश दिया है. ये नियम तत्काल प्रभाव से लागू भी हो गया है और अगले एक साल के लिए जारी रहेगा. 


जानें सभी कमोडिटी के बारे में 
धान (गैर-बासमती), गेहूं, सोयाबीन, कच्चे पाम तेल और मूंग के लिए नए कॉन्ट्रेक्ट की शुरूआत पर सेबी ने अगले आदेश तक रोक लगा दी है. इस लिस्ट में चना, और सरसों के बीज और इसके डेरिवेटिव भी शामिल हैं. इन कमोडिटी में डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट को इस साल की शुरुआत में निलंबित कर दिया गया था. पहले से चल रहे कॉन्ट्रेक्ट के संबंध में कोई भी नया सौदा करने की मंजूरी नहीं दी जाएगी और केवल सौदे को पूरा करने की अनुमति होगी.


महंगाई रोकने के लिए कदम !
दरअसल इसे महंगाई रोकने के लिए एक कदम माना जा रहा है और फ्यूचर कमोडिटी ट्रेडिंग रोकने के पीछे ये सोच है कि इससे बढ़ती कीमतों पर कुछ लगाम लगाए जाने में मदद मिलेगी. बता दें कि इसी महीने जारी महंगाई दर के आंकड़ों में WPI (Wholesale Price Index) पर आधारित थोक महंगाई दर 14.23 फीसदी पर आ गई थी. वहीं CPI (Consumer Price Index) पर आधारित रिटेल महंगाई दर 4.91 फीसदी पर जा पहुंची थी. 


हाई वॉल्यूम वाली कमोडिटी की फ्यूचर ट्रेडिंग पर रोक
SEBI ने हाई वॉल्यूम वाली कमोडिटी की फ्यूचर ट्रेडिंग पर रोक लगाई है और इससे माना जा रहा है कि आने वाले समय में महंगाई दर काबू में रहे इसके लिए ये कदम उठाया गया है. बता दें कि रिटेल और खुदरा महंगाई दर दोनों में ही बढ़त के पीछे खाने-पीने की बढ़ती कीमतों का बड़ा हिस्सा रहा है.