रीट और इनविट जैसे विकल्पों में निवेश के मौके तलाशने वाले निवेशकों को जल्दी ही बड़ी खुशखबरी मिल सकती है. सेबी ने इन इन्वेस्टमेंट ट्रस्टों में निवेश को आसान बनाने और तरलता को बढ़ावा देने के लिए नियमों में कुछ बदलाव लाने की तैयारी की है.
लॉट के साइज को इतना करने का प्रस्ताव
सेबी का एक अहम प्रस्ताव इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट यानी इनविट के लिए है. नियामक ने प्राइवेटली प्लेस्ड इनविट के लिए लॉट के साइज को घटाकर 25 लाख रुपये करने का प्रस्ताव रखा है. अभी ऐसे इनविट के लॉट का साइज 1 करोड़ रुपये का है. अगर लॉट के साइज को कम किया जाता है तो प्राइवेटली प्लेस्ड इनविट में निवेश करने वालों का दायरा बढ़ेगा, जो अंतत: लिक्विडिटी को बढ़ाने में मददगार साबित होगा.
सेबी को बदलाव से ये उम्मीदें
सेबी का मानना है कि लॉट के साइज को कम करने से कई फायदे होंगे. इससे ज्यादा निवेशकों को प्राइवेटली प्लेस्ड इनिवट में निवेश करने का मौका मिल पाएगा. इस तरह लॉट के साइज को कम करने से निवेशकों के लिए पोर्टफोलियो को डायवर्स बनाने के मौके बढ़ेंगे, जो निवेशकों के लिए जोखिम के बेहतर प्रबंधन में मददगार साबित होगा.
क्या होते हैं रीट और इनविट?
इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट यानी इनविट और रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट यानी रीट स्टॉक की तरह होते हैं. इनका इश्यू लाकर पब्लिक इन्वेस्टर्स से पैसे जुटाए जाते हैं. इनकी यूनिट को स्टॉक की तरह ही ट्रेड किया जाता है. जो ट्रस्ट इंफ्रा से जुड़े प्रोजेक्ट में निवेश करते हैं, वे इनविट कहे जाते हैं. वहीं रियल एस्टेट में निवेश करने वाले ट्रस्ट रीट कहलाते हैं. सेबी ने इन विकल्पों में निवेश को आसान बनाने के लिए कई बदलावों का प्रस्ताव करते हुए कंसल्टेशन पेपर जारी किया है. प्रस्तावों पर लोग 30 मई 2024 तक अपनी टिप्पणियां दे सकते हैं.
लॉट का साइज बदलने का असर
अभी प्राइवेटली प्लेस्ड इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट में निवेश करने के लिए लॉट का साइज 1 करोड़ रुपये है. जो इनविट तैयार हो चुकी और कमाई कर रही संपत्तियों में 80 फीसदी से ज्यादा एसेट का निवेश करते हैं, उनके लिए लॉट का साइज 2 करोड़ रुपये होता है. यानी अभी इस तरह के इनविट में निवश करने के लिए निवेशकों को कम से कम 1 या 2 करोड़ रुपये की जरूरत होती है. साइज कम होने से निवेश की न्यूनतम आवश्यक रकम कम हो जाएगी, जिससे नए निवेशकों के लिए मौके खुलेंगे.
ये भी पढ़ें: बंद हो सकता है आपका पीएनबी अकाउंट, बैंक ने बताया- किनके ऊपर रिस्क