रिटेल स्टोर का चेन चलाने वाली कंपनी विशाल मेगा मार्ट को झटका लगा है. आईपीओ लाने की उसकी योजनाओं की राहत में बड़ी रुकावट आ गई है. बाजार नियामक सेबी ने विशाल मेगा मार्ट के आईपीओ के ड्राफ्ट को लौटा दिया है.


ऐसी थी विशाल मेगामार्ट की तैयारी


सुपरमार्केट चेन ऑपरेटर विशाल मेगा मार्ट ने भारी-भरकम आईपीओ लाने की तैयारी की थी. ऐसा बताया जा रहा था कि कंपनी 750 मिलियन डॉलर से लेकर 1 बिलियन डॉलर तक का आईपीओ बाजार में लॉन्च कर सकती है, जिसमें कंपनी की वैल्यू 5 बिलियन डॉलर तक आंकी जा सकती है. हालांकि अब कंपनी की आईपीओ की योजनाओं को तगड़ा झटका लगा है. कंपनी को अब नए सिरे से सेबी के पास ड्राफ्ट जमा करना होगा. आईपीओ लाने के लिए ड्राफ्ट पर बाजार नियामक सेबी की मंजूरी जरूरी होती है.


इनके आवेदन भी हो गए रिजेक्ट


बाजार नियामक ने विशाल मेगा मार्ट के अलावा कुछ अन्य कंपनियों को भी झटका दिया है. अभी विशाल मेगा मार्ट समेत 4 कंपनियों के आईपीओ के ड्राफ्ट लौटाए गए हैं. जिन अन्य कंपनियों के आईपीओ के ड्राफ्ट सेबी ने लौटाया है, उनमें शिक्षा से जुड़ी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) एवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज, प्राइवेट इक्विटी फर्म टीपीजी कैपिटल से समर्थन प्राप्त साई लाइफ साइंसेज और बीएमडब्ल्यू वेंचर्स शामिल हैं.


इनके आईपीओ को मिली मंजूरी


दूसरी ओर सेबी ने कई कंपनियों के आईपीओ के ड्राफ्ट को हरी झंडी भी दिखाई है. सेबी से जिन कंपनियों के आईपीओ के ड्राफ्ट मंजूर किए गए हैं, उनमें पीएन गाडगिल ज्वेलर्स (1000 करोड़ रुपये), केआरएन हीट एक्सचेंजर, इकॉस इंडिया मोबिलिटी और प्रीमियर एनर्जीज (1,500-2000 करोड़ रुपये) शामिल हैं.


ऐसे होंगे प्रस्तावित आईपीओ


पीएन गाडगिल ज्वेलर्स ने आईपीओ लाने के लिए मार्च 2024 में ड्राफ्ट जमा किया था. कंपनी के प्रस्तावित आईपीओ में 850 करोड़ रुपये के नए शेयर और 250 करोड़ रुपये के ओएफएस होंगे. केआरएन हीट एक्सचेंजर के आईपीओ में सिर्फ फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. शॉफर्ड कार रेंटल और एम्पलॉई ट्रांसपोर्टेशन सर्विस देने वाली कंपनी इको मोबिलिटी के आईपीओ में उसके प्रमोटर अपनी हिस्सेदारी को कम करेंगे. वहीं प्रीमियर एनर्जीज के आईपीओ में 1,500 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयरों के अलावा 2 करोड़ 82 लाख शेयर का ओएफएस आ सकता है.


ये भी पढ़ें: शेयर बाजार में आएंगे वेदांता के 5 नए शेयर, डिमर्जर की योजना को क्रेडिटर्स ने दी हरी झंडी