क्या आप भी घर बैठे मोटा पैसा कमाना चाहते हैं? अगर हां तो बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने खुद आपके लिए सुनहरा मौका दिया है. आपको बस इतना करना होगा कि गायब हो चुके डिफॉल्टर्स की प्रॉपर्टी (Defaulter's Property) के बारे में सेबी को जानकारी दे दें. बाजार नियामक ने ऐसे लापता डिफॉल्टर्स से जुर्माना वसूलने के लिए इस अनोखी व्यवस्था की शुरुआत की है.


हजारों करोड़ का बकाया


आपको बता दें कि भारत में टॉप 50 विलफुल डिफॉल्टर्स यानी जानबूझकर कर्ज की किस्तें नहीं चुकाने वाले शीर्ष 50 लोगों के ऊपर बैंकों का 92,570 करोड़ रुपये बकाया है. हाल ही में सरकार ने संसद में यह जानकारी दी थी. ऐसे डिफॉल्टर्स से वसूली के तमाम प्रयास नाकाफी साबित हुए हैं. वहीं सेबी ने हाल ही में 09 मोस्ट वांटेड डिफॉल्टर्स की सूची जारी की है. सेबी की लिस्ट में शामिल सभी सर्वाधिक वांछित डिफॉल्टर्स फिलहाल लापता हैं. नियामक ऐसे डिफॉल्टर्स से जुर्माना वसूल करने के प्रयासों को तेज कर रहा है.


दो चरणों में मिलेगा रिवार्ड


सेबी के रिवार्ड मैकेनिज्म के दिशानिर्देशों के अनुसार, लापता डिफॉल्टर्स की संपत्तियों के बारे में जानकारी देने वाले लोगों को दो चरणों में रिवार्ड दिया जाएगा. अंतरिम चरण में सूचना देने वाले को संपत्ति की रिजर्व कीमत के 2.5 फीसदी के बराबर रकम रिवार्ड के रूप में दी जाएगी. हालांकि इस चरण में 05 लाख रुपये से ज्यादा का रिवार्ड नहीं मिलेगा. वहीं अंतिम चरण में 20 लाख रुपये तक या संपत्ति की कीमत के 10 फीसदी के बराबर का रिवार्ड मिलेगा.


गोपनीय रहेगी पहचान


अगर आप सेबी को किसी डिफॉल्टर या उसकी संपत्ति के बारे में सूचना देते हैं, तो नियामक ने यह भरोसा दिया है कि आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी. सेबी ने यह भी कहा है कि रिवार्ड तभी मिलेगा, जब दी गई जानकारी को ऑरिजिनल पाया जाएगा और सूचना ऐसे डिफॉल्टर के बारे में होगी, जिनसे वसूली कर पाना मुश्किल माना जा चुका है.


इतनी है डिफॉल्टर्स की संख्या


वसूली कर पाना मुश्किल है की श्रेणी में वैसे डिफॉल्टर्स को डाला जाता है, जिनसे वसूली करने के कई प्रकार के प्रयास किए जा चुके हों. सेबी के द्वारा जारी लिस्ट में ऐसे डिफॉल्टर्स की संख्या 515 है. इसका मतलब हुआ कि इन 515 में से किसी डिफॉल्टर के बारे में जानकारी साझा की आप सेबी से 20 लाख रुपये तक का रिवार्ड पा सकते हैं.


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