SEBI Warning ON SME Stocks: शेयर बाजार के रेगुलेटर सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने निवेशकों से एसएमई स्टॉक्स (SME Stocks) में निवेश करने के दौरान सावधानी बरतने को कहा है. सेबी ने निवेशकों से अनवेरिफाइड सोशल मीडिया पोस्ट्स (Unverified Social Media Posts) पर भरोसा नहीं करने के साथ टिप्स और अफवाहों (Rumours) के आधार पर निवेश करने से बचने की सलाह दी है. सेबी ने कहा कि उसने ये एडवाइजरी निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए जारी किया है. 


सेबी (Securities Exchange Borad Of India) ने 28 अगस्त 2024 को जारी किए गए एडवाइजरी में कहा, उसके संज्ञान में ये आया है कि एसएमई सेगमेंट ( SME Segment) के स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी की लिस्टिंग के बाद कुछ एसएमई कंपनी या उनके प्रमोटर कंपनी के ऑपरेशंस को बढ़ा चढ़ाकर पेश करते हैं. ऐसी कंपनियां या उनके प्रमोटर ऐसे पब्लिक घोषणआएं करते हुए पाये गए हैं जिससे ऑपरेशंस की पॉजिटिव तस्वीर नजर आती है. इन घोषणाओं के बाद बोनस इश्यू (Bonus Issues), स्टॉक स्प्लिट्स (Stock Splits), प्रीफ्रेंशियल अलॉटमेंट (Preferential Allotments) जैसे कॉरपोरेट एक्शन का एलान किया जाता है.


सेबी के मुताबिक इन घोषाणाओं से निवेशकों के बीच पॉजिटिव सेंटीमेंट बनता है जिसके बाद वे इन शेयर्स को खरीदते हैं. ऐसी बातें प्रमोटर को अवसर देती है कि वे शेयरों की ऊंची कीमत पर अपनी होल्डिंग्स को ऑफलोड कर सकें. सेबी ने कहा, हाल ही में उसने ऐसी कंपनियों के खिलाफ आदेश जारी किए हैं जो कि वेबसाइट पर उपलब्ध है. सेबी ने कहा कि इन कंपनियों के कार्य करने का तरीका लगभग ठीक वहीं होता है जैसा कि ऊपर बताया गया है. 


सेबी के मुताबिक स्टॉक एक्सचेंजों के एसएमई प्लेटफॉर्म को साल 2012 में शुरू किया गया था जिससे ऊभरते हुए कारोबार फंड जुटा सकें. इसके बाद से एसएमई इश्यू लॉन्च होने की संख्या में भारी उछाल देखने को मिली है तो निवेशकों की भागीदारी भी इन एसएमई इश्यू में बढ़ी है. पिछले एक दशक में इन प्लेटफॉर्म के जरिए 14,000 करोड़ रुपये जुटाये गए हैं जिसमें से 6000 करोड़ रुपये साल 2023-24 में ही जुटाये गए हैं.  


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