मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटिड (एमईआईएल) का नाम एक बार फिर से चर्चा में है. चुनावी चंदा देने के मामले में दूसरे नंबर पर आकर सुर्खियां बटोरने वाली इस कंपनी को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और उसके चलते कंपनी अपने बिजनेस को बेचने पर मजबूर हो गई है. खबरों में ऐसा दावा किया जा रहा है.


इन कंपनियों को भेजे गए प्रस्ताव


ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, मेघा इंजीनियरिंग अपने सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस को बेचना चाह रही है. रिपोर्ट की मानें तो मेघा सिटी गैस डिस्ट्रिब्यूशन ने अपने परिचालन को समेटने का निर्णय लिया है. इस संबंध में कंपनी ने सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम, इंद्रपस्थ गैस समेत अन्य से संपर्क किया है.


जमीन पर नहीं हुआ ज्यादा काम


मेघा सिटी गैस डिस्ट्रिब्यूशन शहरी गैस वितरण करने वाली कंपनी है और यह मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी है. ईटी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मेघा सिटी गैस के प्रस्तावों पर कुछ कंपनियों के द्वारा गौर किया गया है. उसके प्रस्ताव का मूल्याकंन करने वाले एक एकग्जीक्यूटिव के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी ने जमीन पर कोई खास काम नहीं किया है. उसके बिजनेस की वैल्यू 1 से 2 हजार करोड़ रुपये के बीच आंकी जा सकती है.


इसके बाद आया विवादों में नाम


मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड का नाम हाल ही में तब सामने आया था, जब वह इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाली टॉप कंपनियों में एक पाई गई थी. सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड के खरीदारों के नाम हाल ही में पब्लिक किए गए थे. एसबीआई के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड ने टोटल 966 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे थे. इस तरह मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड सबसे ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने में दूसरे नंबर की कंपनी थी.


इन सेगमेंट तक पसरा है बिजनेस


मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड हैदराबाद बेस्ड कंपनी है, जो कई सेगमेंट में बिजनेस कर रही है. कंपनी का कारोबार हाइड्रोकार्बन, इलेक्ट्रिक बस, डिफेंस, पावर, ट्रांसपोर्ट, मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेगमेंट में भी पसरा हुआ है. कंपनी को इलेक्टोरल बॉन्ड की लिस्ट में नाम सामने आने के बाद भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है.


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