निवेशकों की बढ़ती भागीदारी से 130% बढ़ा सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स कलेक्शन, वित्त वर्ष 2024-25 में 16634 करोड़ रुपये रही वसूली
STT Collection: वित्त वर्ष 2023-24 में 11 जुलाई तक केवल 7285 करोड़ सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स का कलेक्शन रहा था जिसमें मौजूदा वित्त वर्ष में 130 फीसदी के करीब उछाल आया है.
Securities Transaction Tax: भारतीय शेयर बाजार नई ऊंचाईयों को छू रहा है. भारतीय बाजार में रिटेल निवेशकों की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में शेयर बाजार में शेयरों के खऱीद फरोख्त पर टैक्स से होने वाली सरकार की कमाई में भी भारी इजाफा देखने को मिला है. वित्त वर्ष 2024-25 के पहले तीन महीने और 11 दिनों में 11 जुलाई 2024 तक सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स से सरकार को होने वाली कमाई में जोरदार उछाल देखने को मिला है. इस अवधि के दौरान सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स के जरिए सरकार को 16,634 करोड़ रुपये का टैक्स प्राप्त हुआ है जो कि वित्त वर्ष 2023-24 के समान अवधि में वसूले गए एसटीटी के दोगुने से ज्यादा है.
STT कलेक्शन में 128 फीसदी का उछाल
सरकार ने डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का जो डेटा जारी किया है उसके मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में 11 जुलाई 2024 तक शेयरों के खरीदने बेचने पर लगने वाले सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स से सरकार को 16,634 करोड़ रुपये की कमाई हुई है जो कि वित्त वर्ष 2023-24 के समान अवधि में 7285 करोड़ रुपये प्राप्त हुआ था. यानि पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले मौजूद वित्त वर्ष में इस अवधि तक सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स कलेक्शन में 128.33 फीसदी का उछाल देखने को मिला है.
बाजार में जोरदार तेजी का फायदा
वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी कारोबारी सत्र 28 मार्च को बीएसई सेंसेक्स 73,651 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 22,327 अंकों पर क्लोज हुआ था. तो निफ्टी का मिडकैप इंडेक्स 48,000 के आंकड़े पर बंद हुआ था. पिछले साढ़े तीन महीने में बाजार में आई तेजी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस लेवल से सेंसेक्स में 7100 यानि करीब 10 फीसदी, निफ्टी में 2300 और निफ्टी मिडकैप इंडेक्स में 28 मार्च के लेवल से 9600 अंकों से ज्यादा का उछाल आ चुका है. और इसका श्रेय भारतीय बाजारों में रिटेल निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को जाता है जिससे एसटीटी कलेक्शन बढ़ा है.
रिटेल निवेशकों के दम पर दौड़ा बाजार
वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स-निफ्टी ने कई नए कीर्तिमान बनाए. 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने वाले दिन जब ये साफ हो गया कि सत्ताधारी दल बीजेपी को इन चुनावों में बहुमत नहीं मिलने जा रही है तो निवेशक मायूस हो गए. इसके चलते भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की सुनामी देखने को मिली. लेकिन जैसे ही तस्वीर साफ होने लगी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र में गठबंधन सरकार बनेगी तो बाजार ने गजब की वापसी की. उसके बाद निवेशकों की बढ़ती भागीदारी के चलते सेंसेक्स 80000 और निफ्टी 24000 अके आंकड़े को पार कर गया. और इसका फायदा भारत सरकार को मिलता नजर आ रहा है. सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स में डबल उछाल देखने को मिला है.
ये भी पढ़ें