रेल किराए में वरिष्ठ नागरिकों समेत अन्य श्रेणियों के यात्रियों को मिलने वाली खास छूट पर सरकार की ओर से नया अपडेट सामने आया है. किराए में विशेष छूट फिर बहाल करने की मांगों के बीच सरकार ने संसद में अपना इरादा एक बार फिर से स्पष्ट किया है.


सभी यात्रियों को मिल रही है छूट- रेल मंत्री


केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वरिष्ठ नागरिकों और स्पोर्ट्स पर्सन्स को रेल किराए में छूट को लेकर सवालों का संसद में शुक्रवार को जवाब दिया. उन्होंने बताया कि भारतीय रेल ने 2022-23 में यात्रियों को किफायती सेवाएं मुहैया कराने के लिए करीब 57 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी दी. बकौल रेल मंत्री, भारतीय रेल के द्वारा दी गई यह सब्सिडी सभी श्रेणी के यात्रियों के लिए किराए के 46 फीसदी के बराबर बैठती है.


सब्सिडी पर रेलवे ने किया इतना खर्च


रेल मंत्री से पूछा गया था कि क्या वरिष्ठ नागरिकों और खेल से जुड़े लोगों को रेलवे टिकट पर उस छूट का लाभ अभी भी मिल रहा है, जो उन्हें मार्च 2020 से पहले मिला करता था. साथ ही सरकार से छूट को फिर से बहाल करने की योजना के बारे में पूछा गया था. जवाब में रेल मंत्री ने बताया कि भारतीय रेलवे समाज के सभी वर्ग के लोगों को किफायती सेवाएं मुहैया कराने का प्रयास करता है. इसके लिए रेलवे की ओर से 2022-23 में किराए पर 56,993 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई.


रेलवे का दावा- इतनी मिल रही छूट


उन्होंने बताया कि रेलवे की ओर से दी जा रही सब्सिडी औसतन सभी यात्रियों के लिए कुल किराए के करीब 46 फीसदी के बराबर है. इस सब्सिडी का लाभ सभी रेल यात्रियों को मिल रहा है. उसके अलावा दिव्यांगजनों की 4 श्रेणियों, मरीजों की 11 श्रेणियों और विद्यार्थियों की 8 श्रेणियों को रेलवे की ओर से किराए पर अतिरिक्त छूट दी जा रही है.


सरकार ने दोहराया पुराना तर्क


रेल मंत्री के इस जवाब में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट का जिक्र नहीं किया गया. यह सरकार के पुराने स्टैंड के अनुरूप है और एक बार फिर से यह बताया गया है कि सरकार मार्च 2020 से पहले मिल रही छूट को फिर से बहाल करने के पक्ष में नहीं है. अश्विनी वैष्णव पहले भी यह तर्क देते आए हैं कि रेलवे की ओर से सभी श्रेणी के यात्रियों को किराए में छूट दी जा रही है और अलग से वरिष्ठ नागरिकों को छूट देने की सरकार की कोई योजना नहीं है.


किराए पर पहले मिलती थी इतनी छूट


आपको बता दें कि भारतीय रेल से यात्रा करने वाले वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं को लंबे समय से किराए पर छूट का लाभ मिल रहा था. हालांकि यह छूट मार्च 2020 से बंद हो गई है. उससे पहले तक महिला सीनियर सिटीजन को किराए पर 50 फीसदी, जबकि पुरुष और ट्रांसजेंडर सीनियर सिटीजंस को 40 फीसदी की छूट मिलती थी. लॉकडाउन के बाद जब धीरे-धीरे ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ, वरिष्ठ नागरिकों व महिलाओं को मिलने वाली छूट बहाल नहीं की गई.


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