बाजार में 10 दिन की तेजी पर लगा विराम, सेंसेक्स 264 अंक टूटा
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान आईटीसी को हुआ. इसमें करीब 3 प्रतिशत की गिरावट आयी. इसके अलावा जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, एचयूएल और एचसीएल टेक शामिल हैं.
मुंबई: शेयर बाजार में पिछले 10 कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर बुधवार को विराम लग गया और बीएसई सेंसेक्स 264 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ. रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और इन्फोसिस की अगुवाई में यह गिरावट आयी. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय 48,616.66 अंक तक चला गया था. लेकिन बाद में तेजी बरकरार नहीं रही और यह 263.72 अंक यानी 0.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48,174.06 अंक पर बंद हुआ. इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 53.25 अंक यानी 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,146.25 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 14,244.15 अंक की रिकार्ड ऊंचाई तक चला गया था.
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान आईटीसी को हुआ. इसमें करीब 3 प्रतिशत की गिरावट आयी. इसके अलावा जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, एचयूएल और एचसीएल टेक शामिल हैं.
दूसरी तरफ जिन शेयरों में तेजी (रिपीट तेजी) रही, उनमें पावर ग्रिड, भारती एयरटेल, ओएनजीसी और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं. रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीतिक मामलों के प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव और सुधार का मुख्य कारण जार्जिया (अमेरिका) में दो सीनेट सीटों के लिये हुए चुनाव के परिणाम डेमोक्रेट्स के पक्ष में जाना है. उन्होंने कहा, ‘‘सीनेट में डेमोक्रेट्स का नियंत्रण होने से अमेरिका में निम्न कर की दर की स्थिति बदल सकती है. इससे बाजार में कुछ हद तक उतार-चढ़ाव आ सकता है.’’
कारोबारियों के अनुसार इसके अलावा रिकार्ड स्तर पर मुनाफावसूली से भी बाजार नीचे आया. एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग में तेजी रही जबकि जापान में निक्की और दक्षिण कोरिया में कोस्पी नुकसान में रहे.
यूरोप में शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख रहा. इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.99 प्रतिशत की बढ़त के साथ 54.13 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.