केंद्रीय बजट के मुख्य रूप से खेती और बुनियादी ढांचे पर केंद्रित रहने के बावजूद घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार, 3 फरवरी को शुरुआती गिरावट के बाद तेजी देखी गई. सरकार द्वारा वित्तीय घाटे के लक्ष्य की घोषणा के बाद सोमवार को भारतीय इक्विटी बाजार मामूली रूप बढ़त के साथ खुला.
सेंसेक्स सुबह 9.41 बजे पिछले सत्र से 83.58 अंकों की गिरावट के साथ 39,651.95 पर बना हुआ था. निफ्टी में भी पिछले सत्र से 17.30 अंकों की गिरावट के साथ 11,644.55 पर कारोबार चल रहा था. इससे पहले बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 34.51 अंकों की कमजोरी के साथ 39,701.02 पर खुला और 39,563.07 तक फिसला. हालांकि कारोबार के दौरान सेंसेक्स का ऊपरी स्तर 39,880.27 रहा. इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित सूचकांक निफ्टी पिछले सत्र से गिरावट के साथ 11,627.45 पर खुला और 11,614.50 तक फिसला. हालांकि कारोबार के दौरान निफ्टी का ऊपरी स्तर 11,713.85 रहा. पिछले सत्र में निफ्टी 11,661.85 पर बंद हुआ था.
निवेशक अब 6 फरवरी को भारतीय रिजर्व बैंक की द्विमासिक नीति पर ध्यान केंद्रित करेंगे. आरबीआई ने पिछले साल पांच बार ब्याज दरों में कटौती की है, इसके बावजूद मुद्रास्फीति 7% से अधिक है, जो केंद्रीय बैंक के लक्ष्य से अधिक है.
सोमवार के रुझान में सेंसेक्स के शेयरों में एशियन पेंट्स के शेयर सबसे ज्यादा चढ़े, कंपनी ने 2.5% की बढ़त हासिल की. सरकार द्वारा तंबाकू पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि का प्रस्ताव करने के बाद आईटीसी के शेयरों में 3% की गिरावट आई.
वितमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में आम बजट 2020-21 पेश किया जिस पर बाजार की प्रतिक्रिया निराशाजनक रही है. बाजार को आम बजट से काफी उम्मीदें थीं. बाजार की उम्मीदों के अनुरूप बजट नहीं होने से निवेशकों में मायूसी रही जिसके कारण विशेष सत्र के दौरान शनिवार को सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट दर्ज की गई.