शेयर बाजार ने बृहस्पतिवार को ऊंची छलांग लगाई. कोविड संक्रमण से इकनॉमी को लगे झटके से जल्द रिकवरी की उम्मीद से एशियाई बाजारों में अच्छी बढ़त दिखी. इसी का असर भारतीय बाजारों पर पड़ा और 31 अगस्त के बाद पहली बार सेंसेक्स 40,000 के लेवल को क्रॉस कर गया. शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स में 464.13 प्वाइंट की बढ़त दर्ज की गई वहीं निफ्टी 131.6 प्वाइंट चढ़ गया. आईटी, बैंकिग और मेटल शेयरों में बढ़त की वजह से मार्केट में जोरदार उछाल दर्ज की गई.


आईटी शेयरों में रौनक ने दी बाजार को रफ्तार 


शुरुआती कारोबार के दौरान टीसीएस, इन्फोसिस, विप्रो और टेक महिंद्रा के शेयर 3.15 से लेकर 5.26 फीसदी तक बढ़े दिखे. दरअसल टीसीएस के बेहतर तिमाही नतीजों ने आईटी शेयरों के प्रति निवेशकों की उम्मीदें बढ़ा दी हैं. टीसीएस ने कल 16 हजार करोड़ के शेयरों के बायबैक का ऐलान किया है. खबर है कि एचसीएल और दूसरी आईटी कंपनियां भी बायबैक का ऐलान कर सकती हैं. इस वजह से आईटी सेक्टरों के शेयरों में बढ़त दिख रही है.


टीसीएस के शेयरों पांच फीसदी की रिकार्ड उछाल दर्ज की गई. बायबैक और नेट प्रॉफिट में 6.6 फीसदी की बढ़ोतरी ने टीसीएस को बृहस्पतिवार को कारोबार करने उतरे निवेशकों का पसंदीदा बना दिया. बृहस्पतिवार को टीसीएस और एचडीएफसी ने सेंसेक्स को सबसे ज्यादा रफ्तार दी. दोनों कंपनियों के शेयरों ने इंडेक्स को 250 अंकों की बढ़त दे दी. दूसरी ओर गेल, ओएनजीसी, एशियन पेंट्स के शेयरों में .71से लेकर 1.67 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई. सेंसेक्स में जो 13 शेयर सबसे ज्यादा पिछड़े थे, उनमें ये भी शुमार थे.


एशियाई बाजार की तेजी ने दिखाया भारतीय बाजार में असर 


दरअसल भारतीय बाजार में आज एशियाई बाजारों में बढ़त का असर दिखा. अमेरिका में दूसरे राहत पैकेज की उम्मीद बढ़ते ही एशियाई शेयर बाजारों में रौनक दिखाई देने लगी है. दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की जीत की अच्छी संभावना ने भी निवेशकों में विश्वास जगाया है.


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