अडानी समूह की कंपनी अडानी पोर्ट्स के नाम नई उपलब्धि दर्ज हो गई है. कंपनी को शेयर बाजार के सबसे प्रमुख सूचकांकों में एक बीएसई सेंसेक्स में जगह मिली है. सोमवार से यह बदलाव प्रभावी हो जाएगा और अडानी पोर्ट्स का शेयर सेंसेक्स का हिस्सा बन जाएगा. अडानी समूह में अडानी पोर्ट्स पहली कंपनी है, जिसके शेयर को सेंसेक्स में जगह मिली है.


अडानी समूह का पहला शेयर


सेंसेक्स इंडेक्स का पूरा नाम एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स है, जो बीएसई का सबसे बड़ा सूचकांक है. इस इंडेक्स में बीएसई पर लिस्टेड सबसे बड़ी 30 कंपनियों के शेयरों को जगह मिलती है. बीएसई सेंसेक्स में शामिल होने वाले शेयरों पर हर छह महीने में समीक्षा होती है. विभिन्न शेयरों के भाव में आए उतार-चढ़ाव के हिसाब से सेंसेक्स में उनकी जगह तय की जाती है.


विप्रो को किया गया सेंसेक्स से बाहर


बीएसई सेंसेक्स के जून 2024 बदलाव में जहां एक ओर अडानी समूह को खुशखबरी मिली है और अडानी पोर्ट्स को जगह दी गई है, वहीं देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में शामिल विप्रो को झटका लगा है. सेंसेक्स के इस बदलाव में विप्रो को सबसे बड़े सूचकांक से बाहर निकलना पड़ रहा है. सोमवार से विप्रो का शेयर बीएसई सेंसेक्स का हिस्सा नहीं रह जाएगा.


अनुमानित इनफ्लो और आउटफ्लो


सेंसेक्स के इस बदलाव से अडानी पोर्ट्स को काफी फायदा होने वाला है. ब्रोकरेज फर्म नुवामा के अनुसार, इस बदलाव से अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन को बढ़े इनफ्लो का फायदा होगा. नुवामा का अनुमान है कि अडानी पोर्ट्स के सेंसेक्स में शामिल होने से 259 मिलियन डॉलर का इनफ्लो मिल सकता है. वहीं विप्रो के जाने से 170 मिलियन डॉलर का आउटफ्लो देखा जा सकता है.


साल भर में 98 पर्सेंट चढ़ा शेयर


अडानी समूह के इस शेयर को बीते कुछ महीनों के दौरान आई जबरदस्त तेजी का फायदा हुआ है. बीते एक साल के दौरान अडानी पोर्ट्स के शेयरों के भाव में लगभग 98 फीसदी की तेजी आई है. वहीं इस दौरान विप्रो के शेयरों में लगभग 27 फीसदी की तेजी आई है. शुक्रवार को अडानी पोर्ट्स का शेयर 0.45 फीसदी की तेजी के साथ 1,475.95 रुपये पर बंद हुआ था.


इन शेयरों के वजन पर असर


सेंसेक्स के इस बदलाव में कई अन्य शेयरों को भी फायदा होने वाला है. बदलाव के बाद भारती एयरटेल, इंफोसिस, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील और इंडसइंड बैंक जैसे शेयरों का वजन सेंसेक्स में बढ़ने वाला है. वहीं दूसरी ओर महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम), रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल), बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक, मारुति सुजुकी, आईटीसी और लार्सन एंड टूब्रो के वजन में कमी आने वाली है.


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