सात सप्ताह में जियो में सातवां निवेशक, अबू धाबी की ADIA ने 5863 करोड़ का किया निवेश

जियो प्लेटफॉर्म में निवेश करने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ती जा रही है. अबू धाबी की मुबाडला के बाद अब वहीं की अबू धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी यानी ADIA ने 5863.50 करोड़ रुपये लगा कर जियो प्लेटफॉर्म की 1.16 फीसदी हिस्सेदारी खरीद रही है. अबू धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी अबू धाबी सरकार की सबसे बड़ी निवेश इकाई है. जियो प्लेटफॉर्म में सात सप्ताह में यह सातवां निवेश है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बयान जारी कर कहा कि अब तक जियो प्लेटफॉर्म की 21.06 फीसदी हिस्सेदारी बेच कर इसने 97,885.65 करोड़ रुपये जुटाए हैं.

जियो प्लेटफॉर्म में सातवां निवेशक

जियो प्लेटफॉर्म में कुल मिलाकर यह आठवां निवेश है. सबसे पहले इसमें फेसबुक 43,574 करोड़ रुपये देकर 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी. पिछले सप्ताह अबू धाबी के दूसरे सबसे बड़े सॉवरेन फंड मुबाडला ने 9093.6 करोड़ रुपये देकर 1.85 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी.

फेसबुक के अलावा जियो प्लेटफॉर्म में छह निवेशक हो गए हैं. अब तक इसमें सिल्वर लेक, विस्टा पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला और एडीआईए शामिल पैसा लगा चुके हैं. सिल्वर लेक ने कुछ ही दिनों के अंतराल में दो बार निवेश किया है.

एडीआईए के निवेश के बाद मुकेश अंबानी ने कहा कि वह इसके लॉन्ग टर्म वैल्यू इनवेस्टिंग रिकार्ड से प्रभावित हैं. यह निवेश बताता है कि भारत की संभावना को लेकर हमारी रणनीति का निवेशक समर्थन कर रहे हैं. इससे पहले मुबाडला के निवेश पर उन्होंने कहा था कि अबू धाबी के साथ लंबे वक्त के रिश्ते के दौरान में मुबाडला का असर देखा है. उम्मीद है कि जियो प्लेटफॉर्म को इस निवेश का फायदा मिलेगा.

रिलायंस इंडस्ट्रीज को कर्ज मुक्त कंपनी बनाने का इरादा

जियो प्लेटफॉर्म की हिस्सेदारी बेच कर 97,885.65 करोड़ रुपये और राइट्स इश्यू से 53,124 करोड़ रुपये जुटा कर रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने कर्ज के बोझ को कम करना चाहती है. इस पर 1.61 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है.  विश्लेषकों का कहना है कि 2021 तक खुद को कर्ज मुक्त बनाने की दिशा में कंपनी तेजी से आगे बढ़ रही है.