मॉर्गन स्टैनली कैपिटल इंटरनेशनल यानी एमएससीआई के स्टैंडर्ड इंडेक्स में जल्द ही बदलाव होने वाला है. एक दिन बाद 13 फरवरी को एमएससीआई स्टैंडर्ड इंडेक्स की तिमाही समीक्षा होने वाली है. बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि एमएससीआई स्टैंडर्ड इंडेक्स में होने वाले इस बदलाव से कई सरकारी शेयरों को बड़ा फायदा हो सकता है.
इन सरकारी शेयरों को लेकर उम्मीद
नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च की मानें तो समीक्षा के बाद होने वाले बदलाव में कई सरकारी शेयरों को एमएससीआई स्टैंडर्ड इंडेक्स का हिस्सा बनाया जा सकता है. फर्म के हिसाब से जिन सरकारी कंपनियों यानी पीएसयू के शेयरों को स्टैंडर्ड इंडेक्स में जगह मिल सकती है, उनमें एनएमडीसी, पंजाब नेशनल बैंक, भेल, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एनएचपीसी आदि शामिल हैं.
सरकारी शेयरों को मिलने वाले इनफ्लो
एमएससीआई स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल होने वाले शेयरों को आने वाले दिनों में बड़ा फायदा हो सकता है. नुवामा के कैलकुलेशन के हिसाब से इंडेक्स में शामिल होने के बाद एनएचपीसी को 223 मिलियन डॉलर, एनएमडीसी को 186 मिलियन डॉलर, पीएनबी को 180 मिलियन डॉलर, भेल को 156 मिलियन डॉलर और यूनियन बैंक को 140 मिलियन डॉलर का इनफ्लो मिल सकता है. इससे इन शेयरों के भाव भी चढ़ सकते हैं.
भारतीय बाजार को इतना फायदा
नुवामा के अनुसार, इंडेक्स में बदलाव के बाद जब फंड और ईटीएफ 29 फरवरी को अपना फ्लो एडजस्ट करेंगे तो भारतीय शेयर बाजार को 800 मिलियन डॉलर से 1 बिलियन डॉलर का इनफ्लो मिल सकता है. सेलो वर्ल्ड, ममाअर्थ, जयप्रकाश एसोसिएट्स, आरआर काबेल, सिग्नेचर ग्लोबल, पैसालो डिजिटल, रतनइंडिया पावर, केपीआई ग्रीन एनर्जी, स्वान एनर्जी, एमएसटीसी, प्रोटीन ई-गॉव, एथोस, जे कुमार इंफ्राप्रोजेक्ट्स, डीबी रियल्टी, एसबीएफसी फाइनेंस, संदुर मैंगनीज, आईआईएफएल सेक, औरिनप्रो सॉल्यूशंस, धानुका एग्रीटेक, नेटवेब टेक, आईनॉक्स विंड, केसोराम इंडस्ट्रीज, फेडबैंक फाइनेंशियल, स्पाइसजेट और ज्यूपिटर लाइफ को स्मॉलकैप इंडेक्स में जगह मिल सकती है, जबकि प्रेस्टीज एस्टेट्स, जीएमआर एयरपोर्ट्स, आरवीएनएल और प्रिवी स्पेशलिटी को बाहर किया जा सकता है.
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