Share Market Cues: 18 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में कमजोर वैश्विक संकेतों और FII की बिकवाली से भारतीय बाजार करीब 2 फीसदी टूटे. यही नहीं इसके साथ ही पिछले 2 हफ्तों का तेजी का दौर भी टूट गया. बीते हफ्ते बीएसई सेसेंक्स 1,111.41 अंक यानी 1.83 फीसदी की गिरावट के साथ 59,575.28 के पर बंद हुआ था तो निफ्टी 337.95 अंक यानी 1.86 फीसदी टूटकर 17,764.8 के स्तर पर बंद हुआ.
ये शेयर गिरे
शेयर बाजार के हफ्ते के कारोबार के दौरान मेटल, एनर्जी, रियल एस्टेट, और सरकारी बैंकों (Metals, Energy, Realty, PSU bank) के शेयरों में आई बिकवाली ने निफ्टी को 18,000 के स्तर के नीचे ढ़केल दिया. साथ ही सेसेंक्स 60,000 के नीचे फिसलता हुआ दिखा.
दिग्गज शेयरों की तरह ही छोटे और मझोले शेयरों में भी गिरावट देखने को मिली. पूरे कारोबारी हफ्ते के दौरान बीएसई मिडकैप इंडेक्स 1.7 फीसदी टूटा जबकि स्मॉलकैप 1.5 फीसदी गिरकर बंद हुआ.
इस हफ्ते ऐसी चाल
विशेषज्ञों का कहना है कि नतीजों का मौसम जा चुका है ऐसे में अब भारतीय बाजारों की नजर विदेशी फैक्टर पर ही लगी रहेगी. फिलहाल किसी सकारात्मक संकेत के अभाव में सेसेंक्स-निफ्टी पर दबाव बने रहने की ही आशंका है. बाजार इस समय हर उछाल में बिकवाली की रणनीति पर काम करता हुआ दिखाई दे रहा है.
जानकारों की राय में वीकली चार्ट पर निफ्टी एक बियरिश कैंडल बनाया है जो बाजार में कमजोरी कायम रहने का संकेत है. अब निफ्टी के लिए अगला सहारा 17600 के करीब नजर आ रहा है. ऐसे में निफ्टी इस लेवल के ऊपर बना रहता है तो फिर एक बार निफ्टी 18000 का स्तर छू सकता है.
ऐसा नहीं हुआ तो निफ्टी में गिरावट देखी जा सकती है और हो सकता ये है 17300-17000 तक फिसल जाए. इसको देखते हुए ट्रेडर्स के लिए सलाह दी जा रही है वह बहुत लीवरेज्ड पोजिशन ना लें और कुछ शॉर्ट्स भी बनाएं.
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