(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Share Market FPI: पिछले साल विदेशी निवेशकों को रास नहीं आई आईटी कंपनियां, इस सेक्टर ने कराई कमाई
FPI Investment: घरेलू बाजार की चाल पर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के रुख का बड़ा असर होता है. अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि एफपीआई ही बाजार की चाल तय कर देते हैं...
पिछला वित्त वर्ष (FY23) शेयर बाजार (Share Market) के लिए उथल-पुथल से भरा रहा. इसका असर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (Foriegn Portfolio Investors) के निवेश के ट्रेंड पर भी हुआ. घरेलू बाजार में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान एफपीआई (FPI) ने आईटी शेयरों (IT Stocks) से दूरी बनाई, जबकि उन्होंने एफएमसीजी स्टॉक्स (FMCG Stocks) में खूब निवेश किया.
इन कारणों ने दिखाया असर
आंकड़ों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष के दौरान एफएमसीजी स्टॉक्स में एफपीआई का इन्वेस्टमेंट करीब 2 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया, जबकि आईटी स्टॉक्स में एक्सपोजर में करीब 1.23 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई. एफपीआई के निवेश के रुख में इस बदलाव का कारण ब्याज दरों में लगातार वृद्धि के चलते वैश्विक आर्थिक मंदी के खतरे का बढ़ना रहा.
इतना उछला एफएमसीजी इंडेक्स
एफपीआई के 15,561 करोड़ रुपये के शुद्ध निवेश के दम पर हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले और कोलगेट पॉमोलिव जैसे एफएमसीजी शेयरों के भाव पिछले वित्त वर्ष के दौरान मजबूत हुए. इसके कारण एसएंडपी बीएसई एफएमसीजी इंडेक्स (S&P BSE FMCG Index) वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 23.64 फीसदी उछला. पिछले साल एफपीआई ने एफएमसीजी सेक्टर के अलावा फाइनेंशियल सर्विसेज और ऑटोमोबाइल स्टॉक्स को भी पसंद किया.
एफपीआई को पसंद आए ये शेयर
एफएमसीजी सेक्टर में एफपीआई का निवेश वित्त वर्ष 2021-22 के अंत के बाद 1,27,877 करोड़ रुपये था. करीब एक साल बाद यानी वित्त वर्ष 2022-23 के अंत में यह बढ़कर 3,32,767 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इस तरह एफएमसीजी स्टॉक्स में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का निवेश इस दौरान 2,04,890 करोड़ रुपये बढ़ा. इसी तरह एफपीआई का एक्सपोजर फाइनेंशियल सर्विसेज स्टॉक्स में 1,29,208 करोड़ रुपये और ऑटोमोबाइल स्टॉक्स में 69,695 करोड़ रुपये बढ़ा.
इन सेक्टरों में कम हुआ एक्सपोजर
दूसरी ओर आलोच्य अवधि के दौरान रियल्टी स्टॉक्स में एफपीआई एक्सपोजर 9,574 करोड़ रुपये कम हुआ. तेल व गैस शेयरों में भी एफपीआई ने इस दौरान एक्सपोजर घटाया. इस सेक्टर में एफपीआई एक्सपोजर वित्त वर्ष 2022 के 5,33,125 करोड़ रुपये की तुलना में 82,566 करोड़ रुपये कम होकर 4,50,559 करोड़ रुपये पर आ गया. इसी तरह आईटी स्टॉक्स में एक्सपोजर 6,89,838 करोड़ रुपये से कम होकर 5,66,449 करोड़ रुपये पर आ गया.
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