घरेलू शेयर बाजार के लिए पिछला सप्ताह मिला-जुला साबित हुआ. शुरुआती दिनों में गिरावट का शिकार होने के बाद बाजार ने कुछ हद तक वापसी की, लेकिन लगातार दूसरे सप्ताह बाजार को नुकसान उठाना पड़ गया. बड़ी कंपनियों के शेयरों में पैसे लगाने वाले निवेशकों को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हो गया. आइए जानते हैं कि छुट्टी के साथ शुरू हो रहे नए सप्ताह के दौरान बाजार की चाल कैसी रहने वाली है...


सप्ताह के दौरान आई इतनी गिरावट


पिछले सप्ताह के अंतिम दिन सेंसेक्स 320 अंक मजबूत होकर 65,828.41 अंक पर बंद हुआ. सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में करीब 215 अंक यानी 0.32 फीसदी की गिरावट आई. निफ्टी शुक्रवार को करीब 115 अंक की बढ़त के साथ 19,638.30 अंक पर बंद हुआ. सप्ताह के दौरान निफ्टी को 0.08 फीसदी का मामूली नुकसान उठाना पड़ा.


बड़ी कंपनियों ने कराया नुकसान


उससे पहले 22 सितंबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान घरेलू बाजार को भारी नुकसान हुआ था. पूरे सप्ताह के दौरान बीएसई सेंसेक्स 1,829.48 अंक यानी 2.69 फीसदी के नुकसान में रहा था, जबकि एनएसई निफ्टी 518.1 अंक यानी 2.56 फीसदी के घाटे में रहा था. बाजार लगातार दो सप्ताह से नुकसान में जा रहा है. हालांकि पिछले सप्ताह के आखिरी दिनों में बाजार को कुछ सपोर्ट मिला, जिससे गिरावट को कुछ हद तक कम करने में मदद मिली. पिछले सप्ताह के दौरान सेंसेक्स की सबसे बड़ी 10 में से 5 कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 62,586.88 करोड़ रुपये की गिरावट आई.


छुट्टी के साथ हो रही है शुरुआत


अब 2 अक्टूबर से शुरू हो रहे सप्ताह की बात करें तो पहला ही दिन बाजार के लिए छुट्टी वाला है. सोमवार 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के राष्ट्रीय अवकाश के कारण बीएसई और एनएसई पर कारोबार बंद रहने वाला है. चूंकि यह सप्ताह नए महीने का भी पहला सप्ताह है, इस कारण कई प्रमुख आर्थिक आंकड़े जारी होने वाले हैं, जो बाजार की चाल पर असर डाल सकते हैं.


रिजर्व बैंक की बैठक और तिमाही नतीजे


नए सप्ताह के सबसे अहम डेवलपमेंट में एक है रिजर्व बैंक की मौद्रिक बैठक, जो 4 अक्टूबर से शुरू हो रही है. बैठक सप्ताह के अंतिम दिन यानी 6 अक्टूबर तक चलेगी और उसी दिन गवर्नर शक्तिकांत दास ब्याज दरों पर निर्णय के बारे में जानकारी देंगे. रिजर्व बैंक की इस बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. इसी सप्ताह से दूसरी तिमाही के नतीजों की शुरुआत हो जाएगी, जो बाजार के लिए आगे का टोन सेट करेंगे. सप्ताह के दौरान बाजार में 15 आईपीओ क्लोज हो रहे हैं, जबकि 7 नई लिस्टिंग होने वाली है. सप्ताह के दौरान वाहन कंपनियों की बिक्री के आंकड़े भी आएंगे.


बाजार पर असर डालने वाले बाहरी फैक्टर


वैश्विक मोर्चे पर देखें तो कच्चा तेल 100 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है. कच्चे तेल की कीमतों में घट-बढ़ से बाजार की चाल पर असर हो सकता है. इसके अलावा डॉलर भी बाजार को प्रभावित कर सकता है. पिछले सप्ताह के अंतिम दिनों में घरेलू बाजार को वैश्विक बाजार के संकेतों ने बड़े हद तक प्रभावित किया था. यह ट्रेंड आगे भी बरकरार रह सकता है.


डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.


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