घरेलू शेयर बाजार के लिए यह साल अब तक कोई खास साबित नहीं हुआ है, लेकिन पिछले महीने बाजार ने एक के बाद एक नए हाई लेवल का रिकॉर्ड बनाया. बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ने जुलाई में अपने जीवन के सबसे उच्च स्तरों का रिकॉर्ड बनाया, लेकिन उसके बाद बाजार में बिकवाली हावी हो गई, जो अभी तक बरकरार है.


पिछले सप्ताह भी बाजार को नुकसान


हाई लेवल पर शुरू हुई बिकवाली के नहीं थमने से बाजार लगातार तीन सप्ताह नुकसान में जा चुका है. बाजार के नुकसान का सिलसिला पिछले सप्ताह भी जारी रहा. 11 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान बीएसई सेंसेक्स 399 अंक यानी 0.61 फीसदी के नुकसान के साथ 65,323 अंक पर बंद हुआ. वहीं एनएसई निफ्टी पिछले सप्ताह 89 अंकों यानी 0.45 फीसदी की गिरावट के साथ 19,428 अंकों पर आ गया.


ऐसा रहा प्रमुख शेयरों-सेक्टरों का हाल


पिछले सप्ताह के दौरान निफ्टी 50 में 27 शेयरों को नुकसान हुआ, जबकि 23 शेयर पॉजिटिव रिटर्न देने में कामयाब हुए. निफ्टी 50 इंडेक्स में सबसे ज्यादा फायदा महिंद्रा एंड महिंद्रा को हुआ, जबकि हरे निशान में बंद होने वाली सभी कंपनियों का औसत फायदा 5.5 फीसदी रहा. वहीं ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के शेयर सबसे ज्यादा 6 फीसदी के नुकसान में रहे. सेक्टर वाइज देखें तो पिछले सप्ताह सबसे ज्यादा नुकसान बैंकिंग शेयरों को हुआ. बैंकिंग शेयरों का सेक्टोरल इंडेक्स बीएसई बैंकेक्स सप्ताह के दौरान सबसे ज्यादा 1.6 फीसदी के घाटे में रहा. वहीं बीएसई मेटल इंडेक्स सबसे ज्यादा 1.1 फीसदी के फायदे में रहा.


दो दिन बंद रहेगा बाजार


3 सप्ताह की लगातार गिरावट के बाद अब 14 अगस्त से शुरू हो रहे सप्ताह के बारे में बात करें तो नया सप्ताह छुट्टियों से प्रभावित रहने वाला है. सप्ताह के दौरान 15 अगस्त मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर घरेलू शेयर बाजार में कारोबार बंद रहेगा. वहीं 16 अगस्त को पारसी नव वर्ष के मौके पर भी बाजार बंद रहेगा. इसका मतलब हुआ कि सामान्य दिनों की तुलना में आने वाले सप्ताह में 5 के बजाय 3 ही दिन कारोबार होगा.


आने वाले हैं ये अहम आर्थिक आंकड़े


अगले सप्ताह की शुरुआत अहम आर्थिक आंकड़ों के साथ हो रही है. सप्ताह के पहले दिन सोमवार को थोक व खुदरा महंगाई के आंकड़े आने वाले हैं. ये आंकड़े पहले दिन ही बाजार का मूड सेट कर देंगे. महंगाई पिछले दो महीने से फिर से तेजी का ट्रेंड दिखा रही है. इस बार भी खाने-पीने की चीजों के बढ़े दाम का असर रिफ्लेक्ट हो सकता है. सप्ताह के दौरान आयात-निर्यात के भी आंकड़े आएंगे. घरेलू स्तर पर कई बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणाम भी आने वाले हैं, जिनमें हिंदुस्तान कॉपर और आईटीसी शामिल हैं.


इन बाहरी फैक्टर्स का भी असर


बाहरी कारकों को देखें तो सप्ताह के दौरान अन्य देशों में भी कुछ प्रमुख आर्थिक आंकड़े आने वाले हैं, जो शेयर बाजार की चाल पर असर डाल सकते हैं. सप्ताह के दौरान जापान में महंगाई के आंकड़े, चीन में औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े और अमेरिका में खुदरा बिक्री के आंकड़े आने वाले हैं. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का रुख भी बाजार को प्रभावित करेगा. इनके अलावा कच्चे तेल की कीमतें और रुपये की विनमय दर भी कुछ असर दिखा सकती हैं.


डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.


ये भी पढ़ें: ब्रिटेन जाने के लिए चाहिए वीजा? नहीं पड़ेगी दूतावास की जरूरत, अब इन होटलों में ही हो जाएगा काम