आपने शेयर बाजार में कई शेयरों के मल्टीबैगर बनने की कहानियां सुनी होंगी. आज हम आपके लिए खुद शेयर बाजार के ही मल्टीबैगर बनने की कहानी लेकर आए हैं. यह कहानी है देश के सबसे पुराने और सबसे प्रमुख शेयर बाजारों में से एक बीएसई की, जिसे कुछ समय पहले तक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के नाम से जाता था.
आज इतना चढ़ा हुआ है भाव
बीएसई के शेयरों के भाव पिछले कुछ महीनों के दौरान इस कदर चढ़े हैं कि अच्छे-अच्छे मल्टीबैगर शेयर भी उसके सामने पानी भरते नजर आते हैं. अभी बीएसई के शेयरों का भाव 2,262 रुपये के स्तर पर है. बीएसई का शेयर बाज सोमवार को 6 फीसदी से ज्यादा की तेजी में ट्रेड कर रहा है. इसके भाव में पिछले कुछ दिनों के दौरान लगातार तेजी रिकॉर्ड की गई है.
5 साल में 1000 पर्सेंट की उछाल
बीते 5 दिनों में बीएसई का शेयर 9 फीसदी से ज्यादा ऊपर गया है, जबकि सिर्फ एक महीने में भाव में 52 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है. पिछले 6 महीने में तो बीएसई के शेयर ने छप्परफाड़ तेजी दिखाई है और करीब 315 फीसदी ऊपर गया है. वहीं पिछले 5 साल के हिसाब से बीएसई के शेयरों के भाव में 1000 फीसदी से भी ज्यादा की तेजी आई हुई है.
4 गुने से भी ज्यादा हुआ भाव
6 महीने के पहले के हिसाब से देखें तो 15 मई को बीएसई के एक शेयर का भाव सिर्फ 545 रुपये था, जो अभी 2,262 रुपये के स्तर पर पहुंचा हुआ है. इस तरह देखें तो बीएसई के शेयरों के भाव में बीते 6 महीने के दौरान 4 गुने से भी ज्यादा की तेजी आई है. इसका 52-वीक हाई लेवल 2,274 रुपये और 52-वीक लो लेवल 406 रुपये का है. इसका एमकैप अभी 30,560 करोड़ रुपये है.
इस कारण आ रही है तेजी
बीएसई के शेयरों में इस साल जुलाई के बाद से खास तौर पर तेजी दिख रही है. बीएसई ने उस समय शेयरों की पुनर्खरीद का ऐलान किया था. मजे की बात है कि बीएसई ने शेयरों की पुनर्खरीद के लिए जिस कीमत का ऐलान किया, शेयर तुरंत ही उसके पार निकल गया, जिसके बाद पुनर्खरीद की दर को बढ़ाने का कदम उठाना पड़ा. ऐसा बीएसई को दो-दो बार करना पड़ गया.
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