Emcure Pharma IPO: शार्क टैंक इंडिया की जज नमिता थापर की फार्मासुटिकल्स कंपनी एमक्योर फार्मा (Emcure Pharma) 2024 में शेयर बाजार में दस्तक देने की तैयारी में है. एमक्योर फार्मा आईपीओ के जरिए बाजार से 400 से 500 मिलियन डॉलर जुटा सकती है. कंपनी ने यूक्रेन रूस युद्ध के बाद अपने आईपीओ प्लान को ठंडे बस्ते में डाल दिया था. लेकिन कंपनी ने फिर से आईपीओ लाने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है.
बेन कैपिटल (Bain Capital) समर्थित एमक्योर फार्मा ने आईपीओ लॉन्च करने के लिए जेपी मॉर्गन, जेफ्फीरीज, और कोटक को इंवेस्टमेंट बैंक के तौर पर हायर किया है. बेन कैपिटल की कंपनी में 13 फीसदी हिस्सदारी है. इस आईपीओ में बेन कैपिटल अपनी हिस्सेदारी को बेच सकती है. आईपीओ के जरिए एमक्योर फार्मा 3 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन का टारगेट लेकर चल रही है.
एमक्योर फार्मा इस साल के आखिर तक शेयर बाजार की रेग्यूलेटर सेबी के पास आईपीओ लॉन्च करने के लिए डॉफ्ट पेपर दाखिल कर सकती है. 2022 में कंपनी बाजार में 672 मिलियन डॉलर आईपीओ के जरिए जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रही थी. कंपनी को रेग्यूलेटर से आईपीओ लाने की मंजूरी भी मिल गई थी. लेकिन रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट के बाद कंपनी ने आईपीओ लाने की योजना को टाल दिया था.
1981 में शार्क टैंक इंडिया की जज नमिता थापर के पिता सतीश मेहता ने 3 लाख रुपये के निवेश से एमक्योर फार्मा को खड़ा किया है. किया था. एमक्योर फार्मा दुनिया की 70 देशों में मौजूद है. कंपनी का दावा है कि वो 13 वीं बड़ी फार्मा कंपनी है. 40 सालों में एमक्योर ने 19 सब्सिडियरी कंपनी खड़ा किया है. उसके रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम में 500 वैज्ञानिक हैं और कंपनी के 11,000 के करीब वर्कफोर्स है. भारत का फार्मा सेक्टर फिलहाल 50 बिलियन डॉलर का है जो 2030 तक बढ़कर 130 बिलियन डॉलर का हो जाएगा.
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