Vistara Air India Merger: सिंगापुर एयरलाइंस (Singapore Airlines) ने एयर इंडिया में विस्तारा (Vistara) के विलय (Vistara-Air India Merger) होने की घोषणा कर दी है. विस्तारा टाटा ग्रुप (Tata Group) और सिंगापुर एयरलाइंस (Singapore Airlines) का एक ही ज्वाइंट वेंचर है. इस विलय के बाद एयर इंडिया (Air India) देश की सबसे बड़ी घरेलू विमानन कंपनी बनने का गौरव हासिल करेगी. टाटा ने एयर इंडिया की किस्मत बदल दी है. लेकिन सिंगापुर एयरलाइंस को ‘न्यूनतम’ वित्तीय बोझ के एयर इंडिया में 25.1 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने जा रही है. कंपनी ने खुद रेग्युलेटरी फाइलिंग में ये कहा है.
विलय प्रक्रिया नवंबर 2023 तक
भारतीय विमानन क्षेत्र में एयर इंडिया की 30 फीसदी भागीदारी हो जाएगी. नवंबर 2023 तक एयर इंडिया और विस्तारा की विलय प्रक्रिया में पूरी हो सकती है. सिंगापुर एयरलाइंस एयर इंडिया में 25.1 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 2,059 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा.
4 से 5 गुना होगा विस्तार
भारत में 50 साल से सेवाएं दे रही एयर इंडिया, इस विलय के बाद 4 से 5 गुना बड़ी सेवाएं देने वाली एयरलाइन बन जाएगी. विलय के लिए SIA समूह का विस्तारा में 49 प्रतिशत के साथ 2,058.5 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. SIA ने सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज को फाइलिंग में कहा कि वर्तमान में विस्तारा में एसआईए की 49 फीसदी हिस्सेदारी की है और शेष 51 फीसदी हिस्सेदारी टाटा समूह के पास है. विलय सौदे के बाद, SIA की एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी.
25.1 फीसदी हिस्सेदारी
सिंगापुर एयरलाइंस ने एयर इंडिया और विस्तारा एयरलाइंस के विलय की जानकारी देते हुए कहा कि उसके बोर्ड ने विलय को मंजूरी दे दी है. डील में टाटा संस के साथ विस्तारा के ज्वाइंट वेंचर को एयर इंडिया में विलय करने के बाद एयर इंडिया के नए स्वरूप में सिंगापुर एयरलाइंस की 25.1 फीसदी हिस्सेदारी होगी. सिंगापुर एयरलाइंस की टाटा सिंगापुर एयरलाइंस में 49 फीसदी हिस्सेदारी है. सिंगापुर एयरलाइंस और टाटा के बीच 2022-23 और 2023-24 में एयर इंडिया के ग्रोथ ऑपरेशन की फंडिंग के लिए अतिरिक्त पूंजी निवेश को लेकर भी सहमति बन गई है.
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