Indian Economy: अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत, मूडीज ने भारत के आउटलुक को ‘नेगेटिव’ से ‘स्थिर’ श्रेणी में किया
Moody's Rating: मूडीज इनवेस्टर सर्विसेज ने एक बयान में कहा, ‘‘हमने भारत सरकार की साख को लेकर परिदृश्य में बदलाव किया और इसे नेगेटिव से स्थिर श्रेणी में किया है.''
नई दिल्ली: रेटिंग एजेंसी मूडीज ने मंगलवार को भारत की साख को बरकरार रखा और देश के परिदृश्य (outlook ) को नेगेटिव (negative) से स्थिर (stable) श्रेणी में कर दिया. परिदृश्य में सुधार के लिए उसने अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली में गिरावट के जोखिम में कमी का हवाला दिया. मूडीज ने भारत को ‘बीएएए3’ रेटिंग दी हुई है. यह निम्न निवेश स्तर की रेटिंग है और कबाड़ के दर्जे (junk status) से सिर्फ एक पायदान ऊपर है.
मूडीज इनवेस्टर सर्विसेज ने एक बयान में कहा, ‘‘हमने भारत सरकार की साख को लेकर परिदृश्य में बदलाव किया और इसे नेगेटिव से स्थिर श्रेणी में किया है. साथ ही देश की विदेशी मुद्रा तथा स्थानीय मुद्रा दीर्घकालीन निर्गमकर्ता रेटिंग और स्थानीय मुद्रा रेटिंग (सीनियर अनसिक्योर्ड) बीएए3 पर बरकरार रखी गयी है.’’
इस वजह से मूडीज ने किया परिवर्तन
मूडीज के अनुसार परिदृश्य को नेगेटिव से बदलकर स्थिर करने के निर्णय का कारण वास्तविक अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली के बीच नकारात्मक प्रतिक्रिया से उसमें गिरावट का जोखिम का कम होना है. रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘‘बेहतर पूंजी और नकदी की अच्छी स्थिति से बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों के स्तर पर जोखिम पूर्व के अनुमान के मुकाबले कम हुए हैं.’’
एजेंसी ने कहा, ‘‘ अधिक कर्ज बोझ और ऋण वहन को लेकर कमजोर स्थिति के चलते जोखिम बना हुआ है. लेकिन मूडीज को उम्मीद है कि आर्थिक परिवेश अगले कुछ वर्षों में केंद्र एवं राज्यों सरकारों के राजकोषीय घाटे को धीरे-धीरे कम करने में मददगार होगा. इससे सरकारी साख में और गिरावट को रोका जा सकेगा.’’
उल्लेखनीय है कि मूडीज इनेवेस्टर्स सर्विस ने पिछले साल भारत की साख को ‘बीएए2’ से कम कर ‘बीएए3’ कर दिया था. उसने कहा था कि सतत रूप से निम्न वृद्धि और बिगड़ती राजकोषीय स्थिति के जोखिम को कम करने के लिये नीतियों के कार्यान्वयन के स्तर पर चुनौतियां होंगी.’’ मूडीज ने रेटिंग को लेकर परिदृश्य नकारात्मक रखा था.
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