Investors Loss: अमेरिका के सिलिकन वैली बैंक के डूबने के चलते लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली है. बीते तीन दिनों में बीएसई सेंसेक्स में 2100 अंकों की गिरावट आ चुकी है तो निवेशकों को 7.30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. 


निवेशकों को 7.30 लाख करोड़ का नुकसान 


तीन ट्रेडिंग सेशन पहले सेंसेक्स 60,348 अंकों पर था जो घटकर 2110 अंकों की गिरावट के साथ 58,237 अंकों पर आ चुका है.  निफ्टी 17,754 अंकों पर था जो 600 अंक गिरकर 17,154 अंकों पर आ चुका है. लेकिन इन दिनों में शेयर बाजार के निवेशकों को सबसे बड़ा नुकसान हुआ है. केवल सोमवार को निवेशकों को 4.38 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है तो तीन ट्रेडिंग सत्र में निवेशकों को 7.30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट तीन ट्रेडिंग सत्र पहले 265.86 लाख करोड़ रुपये था जो घटकर 258.56 लाख करोड़ रुपये पर आ चुका है. 


क्यों गिर रहा बाजार 


अमेरिका के सिलिकन वैली बैंक और सिंग्नेचर बैंक क्राइसिस का सबसे बड़ा असर है. अमेरिकी रेग्युलेटर्स के हस्तक्षेप के बावजूद बाजार का सेंटीमेंट खराब हो चुका है जिसके चलते ये गिरावट देखी जा रही है.  अमेरिकी बाजार गिर रहे हैं तो उसका असर दुनियाभर के शेयर बाजारों पर भी देखा जा रहा है. 


महंगे कर्ज का डर 


भारत में फरवरी महीने में खुदरा महंगाई दर में मामूली गिरावट आई है और ये घटकर 6.44 फीसदी पर आ गया है लेकिन ये अभी भी आरबीआई के टोलरेंस बैंड 6 फीसदी से ज्यादा है. जिसके बाद आरबीआई द्वारा कर्ज महंगा किए जाने का बाजार को डर है. तो 22 मार्च के अमेरिकी फेडरल रिजर्व भी कर्ज महंगा कर सकता है इससे भी निवेशकों के बीच डर बना हुआ है. हालांकि बाजार के कई जानकार मानते हैं कि सिलिकन वैली बैंक के ठप्प होने के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरें बढ़ाने के सिलसिले पर फिलहाल विराम लगा सकता है. 


ये भी पढ़ें 


Income Tax: एडवांस टैक्स के भुगतान को लेकर टैक्स विभाग के मैसेज से टैक्सपेयर्स में डर! टैक्स एक्सपर्ट्स ने दी डिपार्टमेंट को ये नसीहत