इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष से एक और मोर्चे पर मुश्किल, चांदी की कीमतें बढ़ने का डर क्यों- जानें
Silver Prices: चांदी के दाम में पिछले कुछ दिनों में तेजी दर्ज की जा रही है और अब इजराइल-फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष का असर चांदी पर दिखने की आशंका है.
Silver Prices Surged: पिछले कुछ समय से सोने-चांदी के दाम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. सोमवार को एमसीएक्स पर चांदी के भाव में जबरदस्त बढ़त देखने को मिली है और यह कल 2.36 फीसदी चढ़कर 82,955 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर बंद हुई है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या आने वाले दिनों में चांदी के दाम में और बढ़त दर्ज की जाएगी.
सोना-चांदी दोनों उछाल पर
लंबे वक्त से अमेरिका के फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती के फैसले का इंतजार और अब मिडिल ईस्ट में इजरायल, ईरान और फिलिस्तीन संघर्ष के बीच पैदा हुई परिस्थिति के बाद से सोने-चांदी के दाम में तेजी दर्ज की जा रही है. चांदी के दाम आगे भी बढ़ने का डर है और इसके पीछे कुछ कारण हैं.
इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष का है असर
हाल ही में इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष में बड़ा मोड़ आया है और इजराइली सेना ने पूर्वी राफा में फिलिस्तीनियों के निकासी का आदेश जारी किया है. इसके बाद से इस इलाके में राजनीतिक अनिश्चितताएं बढ़ गई है. ग्लोबल अस्थिरता की स्थिति में निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने और चांदी को एक अच्छे विकल्प के रूप में देख रहे हैं.
कई कमोडिटी एक्सपर्ट्स का मनना है कि आने वाले वक्त चांदी की मांग में इजाफा दर्ज किया जा सकता है और इसका असर कीमतों पर दिख सकता है. सिल्वर इंस्टीट्यूट इंडस्ट्री के अनुमान के अनुसार इंडस्ट्री में चांदी की खपत में मजबूती के बाद 2024 में वैश्विक चांदी घाटे में 17 फीसदी की बढ़त के साथ यह 215.3 मिलियन ट्रॉय औंस पर पहुंच सकता है.
चांदी की खरीदारी में देखी गई बढ़त
पिछले एक महीने के कीमतों की बात करें तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी 8 अप्रैल 2024 से 8 मई 2024 के बीच में अधिकतम 29.50 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचा है. वहीं इसका न्यूनतम स्तर 26.23 डॉलर प्रति औंस रहा है. वहीं घरेलू बाजार में चांदी के दाम में 1912 रुपये की बढ़त दर्ज की गई है और यह बढ़कर 82,040 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है. कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में अमेरिकी फेड रिजर्व के फैसले, इजरायल-ईरान तनाव और इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष के कारण निवेशक चांदी में और ज्यादा निवेश कर सकते हैं. ऐसे में चांदी की कीमतों में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों स्तर पर बढ़त दर्ज की जा सकती है.
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