कोरोना काल में अब मोबाइल सिम या कार्ड बदलने के लिए कंपनियों के आउटलेट जाना जरूरी नहीं होगा. सिम ग्राहक इसके लिए घर बैठे ही वैरिफिकेशन प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं. सरकार ने इसके लिए ड्राफ्ट तैयार कर लिया है और इस संबंध में जल्द ही गाइडलाइन जारी हो जाएंगे. दूरसंचार मंत्रालय मोबाइल कस्टमर के लिए कॉन्टेक्टलेस वेरिफिकेशन को अनुमति दे सकता है.


ऐप और ओटीपी से होगा वेरिफिकेशन
न सिर्फ अब सिम कस्टमर का घर बैठे वेरिफिकेशन होगा बल्कि सिम कार्ड घर पर ही डिलीवर कर दिया जाएगा. सिम कार्ड ग्राहक वेरिफिकेशन के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर पेपर देने होंगे दस्तावेज मिलते ही सिम कार्ड डिलीवर हो जाएगा.नए नियमों के मुताबिक एैप और ओटीपी की मदद से ग्राहकों का वेरिफिकेशन होगा.


इस वक्त नया सिम लेने के लिए कस्टमर को कंपनी रिटेल आउटलेट मे जाकर अपनी आईडी और एड्रेस प्रूफ देना पड़ता है. कंपनियां रिटेल आउटलेट में मौजूद ग्राहक की उसी वक्त तस्वीर लेकर कस्टमर एक्विजीशन फॉर्म में लगाती हैं. इसके बाद फार्म में जानकारियां भरने और ओटीपी देने के बाद सिम ग्राहक को सिम मिलता है.


कोरोना संकट के वजह से टेलीकॉम कंपनियों की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं. लॉकडाउन की वजह से फिजिकल आउटलेट बंद हैं. वे पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे हैं. स्टोर पर रिचार्जिंग कम हो रही है और इसका असर कंपनी के रेवेन्यू पर पड़ रहा है. हाल में वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल दोनों का घाटा इस वजह से बढ़ा है.


वोडाफोन आइडिया ने कहा है कि कोरोना संकट जारी रहा तो टेलीकॉम कंपनियों की आय और गिरेगी. टेलीकॉम कंपनियां बकाया एजीआर चुकाने के मामले में ट्राई के दबाव में है. ऐसे में संकट बढ़ा तो और मुश्किलें पैदा होंगी. वोडाफोन आइडिया ने तो पिछले दिनों कहा था कि एजीआर बकाया पर ट्राई अपने रुख पर अड़ा रहा तो उसे अपना कारोबार समेटना पड़ सकता है.


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