Mutual Fund SIP: रिटेल निवेशक एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में बढ़ा रहे निवेश, 2 वर्षों में इंवेस्टमेंट में आया 89 फीसदी का उछाल
SIP Calculator: स्टडी के मुताबिक भले ही एसआईपी अकाउंट्स और एसआईपी के जरिए आने वाला निवेश बढ़ा हो लेकिन औसत एसआईपी अमाउंट 2200 - 2500 रुपये के बीच स्थिर बना हुआ है.
Mutual Fund SIP Calculator: शेयर बाजार (Stock Market) में एक्सपोजर के लिए रिटेल निवेशक (Retail Investors) म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) को अपना रहे हैं और वो भी सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश कर. यही वजह है कि म्यूचुअल फंड्स के एसआईपी अकाउंट्स (SIP Accounts) की संख्या में मार्च 2022 और मार्च 2024 के बीच 59 फीसदी का उछाल आया है. जुलाई 2024 तक एसआईपी अकाउंट्स की संख्या बढ़कर 9 करोड़ हो चुकी है. जीरोधा फंड हाउस ने एक स्टडी किया है जिसमें रिटेल निवेशकों के बीच एसआईपी की स्वीकार्यता में तेज उछाल की बात कही गई है.
जीरोधा फंड हाउस (Zerodha Fund House) की इस स्टडी के मुताबिक, एसआईपी अकाउंट्स (SIP Accounts) और एसआईपी निवेश (SIP Investment) दोनों ही में पिछले कुछ वर्षों में जोरदार उछाल देखने को मिला है. देश के कुल म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एयूएम (AUM) यानि एसेट अंडर मैनेजमेंट में 20 फीसदी हिस्सा सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान एयूएम है. रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2022 में 5.28 करोड़ एसआईपी अकाउंट्स थे जिनकी संख्या मार्च 2024 में 59 फीसदी के ग्रोथ के साथ बढ़कर 8.4 फीसदी हो गई और ये ट्रेंड अभी भी जारी है. जुलाई 2024 में कुल एसआईपी अकाउंट्स की संख्या 9 करोड़ हो चुकी है.
सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान के लिए म्यूचुअल फंड्स में आए कंट्रीब्यूशन पर नजर डालें तो मार्च 2022 में 12000 करोड़ रुपये का एसआईपी निवेश आया था जो मार्च 2024 में बढ़कर 19,000 करोड़ रुपये जा पहुंचा है और जुलाई 2024 में ये 23,000 करोड़ रुपये के भी पार चला गया है. यानि मार्च 2022 से लेकर अब तक एसआईपी निवेश में 89 फीसदी का उछाल आ चुका है.
स्टडी के मुताबिक भले ही एसआईपी अकाउंट्स और एसआईपी के जरिए आने वाला निवेश बढ़ा हो लेकिन औसत एसआईपी अमाउंट 2200 - 2500 रुपये के बीच स्थिर बना हुआ है. जीरोधा फंड हाउस के सीईओ विशाल जैन ने कहा, लंबी अवधि में सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान का पूरा बेनेफिट उठाने के लिए निवेशकों को बाजार में सभी हालातों में अनुशाषित होकर निवेशित रहना चाहिए और साथ में अपने इनकम में बढ़ोतरी के साथ एसआईपी कंट्रीब्यूशन में भी बढ़ोतरी करते रहना चाहिए. इस रणनीति से एसआईपी ये सुनिश्चित करेगा कि महंगाई और बदलते फाइनेंशियल लक्ष्य के साथ आपका निवेश की गति बरकरार रहेगी.
स्टेप-अप एसआईपी (Step-Up SIP), रेगुलेर एसआईपी का स्ट्रैटजिक वैरिएशन है जो इनकम बढ़ने के साथ निवेश में बढ़ोतरी का विकल्प प्रदान करता है. डेटा के मुताबिक अगर किसी निवेशक ने निफ्टी लार्जमिडकैप 250 TRI इंडेक्स बनने के समय से 1000 रुपये के मंथली एसआईपी के जरिए स्कीम में निवेश किया है तो मार्च 2024 तक उनके निवेश का वैल्यू बढ़कर 12 लाख रुपये हो गया है. और 5 फीसदी एनुअल स्टेप-अप का जिन निवेशकों का तरीका अपनाया है उनका निवेश बढ़कर 31 मार्च 2024 तक 17 लाख रुपये हो गया. और 15 फीसदी एनुअल स्टेप-अप एसआईपी करने में निवेश का वैल्यू बढ़कर 35 लाख रुपये हो जाता और 25 फीसदी के एनुअल स्टेप-अप एसआईपी करने पर ये वैल्यू 84 लाख रुपये हो जाता. स्टेप-अप एसआईपी निवेशकों को ये विकल्प देता है कि वो अपने इनकम में ग्रोथ के साथ मंथली एसआईपी निवेश को एडजस्ट कर सके.
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