Mutual Funds: SIP निवेश 19271 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड हाई पर, 30 महीनों में पहली बार स्मॉलकैप फंड्स में आउटफ्लो
SmallCap Fund: सितंबर 2021 के बाद 30 महीनों में ये पहला मौका है जब मार्च 2024 में स्मॉलकैप फंड्स से 94 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखने को मिला है.
Mutual Funds SIP: मार्च 2024 में लगातार दूसरे महीने सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान के जरिए म्यूचुअल फंड में 19,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश आया है. एम्फी डेटा के मुताबिक मार्च 2024 में म्यूचुअल फंड में SIP निवेश 19,271 करोड़ रुपये रहा है जो रिकॉर्ड उच्च स्तर है. फरवरी में एसआईपी निवेश 19,187 करोड़ रुपये रहा था.
म्यूचुअल फंड की बॉडी एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (Association of Mutual Funds of India) ने मार्च महीने में म्यूचुअल फंड्स में निवेश और आउटफ्लो को लेकर डेटा जारी किया है. इस डेटा के मुताबिक पिछले 30 महीनों में पहली बार स्मॉलकैप म्यूचुअल फंड से आउटफ्लो देखने को मिला है. फरवरी 2024 में शेयर बाजार के रेग्यूलेटर सेबी ने स्मॉलकैप और मिडकैप में बुलबुले को लेकर चिंता जताते हुए म्यूचुअल फंड्स को आगाह किया था.
एम्फी (AMFI) के मुताबिक ओपन एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में इंफ्लो 16 फीसदी घटकर 22,633 करोड़ रुपये रहा है. इंफ्लो में ये गिरावट स्मॉलकैप फंड्स में आउटफ्लो के चलते देखने को मिला है. फरवरी महीने में स्मॉलकैप फंड्स में 2922.45 करोड़ रुपये का इंफ्लो देखने को मिला था जबकि मार्च 2024 में 94 करोड़ रुपये का आउटफ्लो रहा है. इससे पहले सितंबर 2021 में स्मॉलकैप फंड्स से आउटफ्लो देखने को मिला था. हालांकि लगातार 37वें महीने इक्विटी फंड्स में इंफ्लो पॉजिटिव जोन में रहा है.
मिडकैप फंड्स में 1018 करोड़ रुपये का निवेश आया है जो फरवरी 2024 में 1808.18 करोड़ रुपये रहा था. मार्च महीने में लार्जकैप फंड्स में निवेश 131 फीसदी के उछाल के साथ 2128 करोड़ रुपये रहा है. एम्फी डेटा पर क्वान्टेस रिसर्च के फाउंडर और स्मॉलकैस मैनेजर कार्तिक जोनागाडला ने कहा, हमें मार्च 2024 महीने में इक्विटी इंफ्लो में कमी को नेगेटिव ट्रेंड के तौर पर नहीं बल्कि वित्त वर्ष 2023-24 की समाप्ति को ध्यान में रखकर देखना चाहिए. एसआईपी योगदान लगातार दो महीने 19,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है जो निवेशकों के अनुशासित निवेश स्ट्रैटजी की ओर इशारा करता है.
कोटक महिंद्रा एएमसी के सेल्स, मार्केटिंग, डिजिटल बिजनेस के नेशनल हेड मनीष मेहता ने कहा, निवेशकों के मुनाफावसूली के साथ बाजार में तेजी और एसआईपी का चलते रहना बेहद प्रोत्साहित करने वाला है. उन्होंने कहा कि निवेशक अपने निवेश को बैलेंस करते हुए स्मॉलकैप से लार्जकैप फंड्स की ओर जा रहे हैं. फिक्स्ड इनकम कैटगरी में डेट म्यूचुअल फंड्स में 2 लाख करोड़ का आउटफ्लो देखने को मिला है. डेट फंड्स से आउटफ्लो के चलते म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का एयूएम ( Asset Under Management) घटकर 53.40 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है जो फरवरी 2024 में 54.50 लाख करोड़ रुपये रहा था.
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