Small Saving Schemes Rate Hike: बस 15 दिन और ... PPF, NSC, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र पर मिलेगा ज्यादा ब्याज!
Post Office Small Saving Schemes : 30 सितंबर, 2022 को RBI फिर रेपो रेट बढ़ाने का एलान कर सकती है. अगस्त में खुदरा महंगाई दर फिर से 7 फीसदी पर जा पहुंची है इसलिए रेपो रेट बढ़ने के संभावना बढ़ गई है.
Small Saving Schemes Rate Hike: एनएससी (NSC), पीपीएफ (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजना ( Sukanya Samriddhi Yojna) जैसी बचत योजना में निवेश करने वाले निवेशकों को इस महीने की 30 तारीख को बड़ी खुशखबरी मिल सकती है. केंद्र की मोदी सरकार इन बचत योजनाओं समेत पोस्ट ऑफिस की दूसरी सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरें बढ़ाने का ऐलान कर सकती है. 30 सितंबर, 2022 को केंद्र सरकार मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही अक्टूबर से दिसंबर तक के लिए छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों की समीक्षा कर उसका एलान करेगी.
क्यों बढ़ेंगी ब्याज दरें?
आरबीआई ने तीन चरणों में रेपो रेट में बढ़ोतरी कर दी है. रेपो रेट में 1.40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जिसके बाद कर्ज महंगा हो रहा है तो इसके साथ सभी बैंक डिपॉजिट्स रेट्स भी बढ़ा रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात ये है कि जिस बचत योजनाओं को सुरक्षित मानकर शहरी ग्रामीण आम भारतीय निवेश करते हैं उन पर ब्याज दरों को अब तक नहीं बढ़ाया गया है. एनएससी(NSC), पीपीएफ(PPF) और सुकन्या समृद्धि योजनाओं( Sukanya Samridhi Yojna) जैसी बचत योजना के ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं की गई है. लेकिन आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने के फैसले के बाद सितंबर के आखिर में इन बचत योजनाओं पर ब्याज दरें बढ़ाये जाने की संभावना बढ़ गई है. आपको बता दें 30 सितंबर, 2022 को आरबीआई मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक के बाद फिर रेपो रेट बढ़ाने का एलान कर सकती है. दरअसल अगस्त, 2022 में खुदरा महंगाई दर फिर से 7 फीसदी पर जा पहुंची है इसलिए रेपो रेट बढ़ने के संभावना बढ़ गई है.
सरकार के बांड पर यील्ड बढ़ा
दरअसल बढ़ती महंगाई, ब्याज दरें बढ़ने की आशंकाओं के चलते बीते एक सालों में सरकार के बांड पर यील्ड यानि रिटर्न (Government Bond Yield) में जबरदस्त उछाल आया है. ऐसे में माना जा रहा है कि पीपीएफ, एनएससी और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी स्कीमें जो इन बांड के साथ लिंक्ड है उनके ब्याज दरों का बढ़ना तय है. गोपीनाथ कमिटी ने 2011 में सुझाव दिया था कि ऐसी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें सरकार के बांड के यील्ड से 25 से 100 बेसिस प्वाइंट ज्यादा होनी चाहिए. सरकार के बांड पर यील्ड बढ़ा है लेकिन छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों को सरकार ने बीते तिमाही के दौरान समीक्षा के बाद नहीं बढ़ाया है.
कितनी बढ़ सकती है ब्याज दरें!
छोटी बचत योजनाओं की सभी स्कीमों पर वित्त मंत्रालय 0.50 से लेकर 0.75 फीसदी तक ब्याज दरें बढ़ाने का ऐलान कर सकती है. सरकार के 10 साल के बांड यील्ड (Bond Yield) 12 महीनों में 6.04 फीसदी से बढ़कर 7.25 फीसदी से ऊपर जा पहुंचा है. इस फॉर्मूला के हिसाब से पीपीएफ पर ब्याज को 7.1 फीसदी से बढ़ाकर 7.81 फीसदी किए जाने का आसार हैं. सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 7.6 फीसदी से बढ़कर 8.10 फीसदी किया जा सकता है. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर फिलहाल 7.40 फीसदी ब्याज मिलता है जिसे बढ़ाकर 8.31 फीसदी किया जा सकता है.
कितना मिलता है ब्याज
फिलहाल पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) पर 7.1 फीसदी सलाना ब्याज दर मिलता है, NSC यानि नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 6.8 फीसदी सलाना ब्याज मिल रहा है. सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samridhi Yojna) पर 7.6 फीसदी तो सीनियर सिटीजन टैक्स सेविंग स्कीम ( Senior Citizen Saving Scheme पर 7.4 फीसदी ब्याज मिल रहा है. किसान विकास पत्र ( Kisan Vikas Patra) पर 6.9 फीसदी ब्याज मिल रहा है. एक वर्षीय सावधि जमा योजना पर 5.5 प्रतिशत , एक से पांच साल की सावधि जमा पर 5.5-6.7 प्रतिशत की ब्याज दर और पांच साल की जमा योजना पर 5.8 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है. आपको बता दें 2020-21 की पहली तिमाही के बाद से छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. लेकिन मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरे तिमाही के लिए 30 सितंबर, 2022 को वित्त मंत्रालय जब इन बचत योजनाओं के ब्याज दरों की समीक्षा करेगा तो इन सेविंग स्कीमों पर मिलने वाले ब्याज दरों में इजाफा किया जा सकता है.
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