Snapchat Layoffs: नए साल की शुरुआत के साथ ही कई दिग्गज कंपनियों ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है. अब इस लिस्ट में एक और दिग्गज टेक कंपनी स्नैपचैट की पैरेंट कंपनी स्नैप का नाम भी जुड़ गया है. कंपनी ने हाल ही में अपने वर्कफोर्स के कुल 10 फीसदी कर्मचारी यानी 529 एंप्लाइज को नौकरी से निकालने का फैसला किया है. इससे पहले गूगल, अमेजन, समेत कई कंपनियों 30 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है.
कंपनी पहले भी कर चुकी है कई राउंड की छंटनी
स्नैपचैट की पेरेंट कंपनी स्नैप पहले भी कई राउंड की छंटनी का ऐलान कर चुकी है. साल 2022 में कंपनी ने अपने 20 फीसदी और साल 2023 में 3 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. साल 2023 में कंपनी में कुल 5,300 कर्मचारियों का वर्कफोर्स था. ध्यान देने वाली बात ये है कि कंपनी लंबे वक्त से अपने रेवेन्यू में गिरावट के कारण मुश्किल दौर से गुजर रही है. स्नैप ने CNBC से बात करते हुए जानकारी दी है कि वह अपने यहां काम करने वाले सभी टीमों को ऑर्गनाइज कर रहे हैं.
टेक क्षेत्र में नहीं रुक रही छंटनी
छंटनी का डाटा रखने वाली कंपनी Layoffs.fyi की खबर के मुताबिक 2024 की शुरुआत से लेकर अब तक 32,000 से ज्यादा टेक कर्मचारियों ने अपना नौकरी गंवाई है. छंटनी करने वालों की लिस्ट में कुल 122 टेक कंपनियों के नाम शामिल हैं. स्नैप के अलावा दिग्गज टेक कंपनी सेल्सफोर्स (Salesforce) ने ताजा राउंड की छंटनी के बाद करीब 700 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है. यह कंपनी के वर्कफोर्स का 1 फीसदी हिस्सा है.
दुनियाभर में छंटनी का सिलसिला पिछले साल की शुरुआत से ही जारी चल रहा है और इस समय भी कंपनियां लगातार अपनी वर्कफोर्स कम कर रही हैं. खासकर टेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनियों और फर्म्स में ये छंटनी और लेऑफ की खबरें ज्यादा आ रही हैं. जानकार बताते हैं कि इसका मुख्य कारण है- कोविडकाल के समय वर्क फ्रॉम होम की जरूरतों को देखते हुए भारी मात्रा में हायरिंग करना और संकटकाल खत्म हो जाने के बाद इन नौकरियों की जरूरतों के खत्म होने का असर छंटनी के रूप में देखा जा रहा है.
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