Softbank: संकट में घिरी फिनटेक कंपनी पेटीएम को एक और झटका लगा है. पेटीएम (Paytm) में एक बड़े निवेशक सॉफ्टबैंक (Softbank) ने कंपनी में अपनी सारी हिस्सेदारी बेच दी है. हैरानी की बात यह है कि सॉफ्टबैंक ने अपनी हिस्सेदारी लगभग 1200 करोड़ रुपये (15 करोड़ डॉलर) के घाटे में बेची है. सॉफ्टबैंक ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) में साल 2017 में लगभग 1.5 अरब डॉलर का इनवेस्टमेंट किया था.


15 करोड़ डॉलर के नुकसान पर बेच दी हिस्सेदारी


मामले की जानकारी रखने वालों के आधार पर बिजनेस स्टैंडर्ड ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जापान के सॉफ्टबैंक इनवेस्टमेंट की सब्सिडियरी सॉफ्टबैंक विजन फंड ने 15 करोड़ डॉलर के नुकसान पर अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है. सॉफ्टबैंक ने पेटीएम से दूरी बनाने का फैसला 10 से 12 फीसदी घाटे पर किया है. पेटीएम ने साल 2021 में अपना आईपीओ मार्केट में उतारा था. उस समय सॉफ्टबैंक की कंपनी में लगभग 18.5 फीसदी हिस्सेदारी थी. इसमें से एसवीएफ इंडिया होल्डिंग के पास 17.3 फीसदी और एसवीएफ पैंथर के पास 1.2 फीसदी हिस्सेदारी थी.


सॉफ्टबैंक ने 800 रुपये की कीमत पर लिए थे शेयर


पेटीएम के आईपीओ के समय सॉफ्टबैंक ने ऐलान किया था कि वह 24 महीने के अंदर अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच देगी. आईपीओ के समय भी एसवीएफ पैंथर ने अपनी हिस्सेदारी 1689 करोड़ रुपये (22.5 करोड़ डॉलर) में बेची थी. उसी योजना के तहत सॉफ्टबैंक ने अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है. सॉफ्टबैंक ने 800 रुपये की कीमत पर पेटीएम के शेयर लिए थे. मगर, पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) के खिलाफ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के बैन के बाद यह अपने ऑल टाइम लो प्राइस 310 रुपये तक लुढ़क गए थे. 


वॉरेन बफे ने पहले ही बेच दी थी अपनी हिस्सेदारी 


पेटीएम को वित्त वर्ष 2023-24 की मार्च तिमाही में 550 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ हुई कार्रवाई के चलते पेटीएम का घाटा बढ़ता जा रहा है. लगभग सात महीने पहले वॉरेन बफे (Warren Buffet) के नेतृत्व वाली कंपनी बर्कशायर हैथवे (Berkshire Hathaway) ने भी घाटे में अपनी पेटीएम हिस्सेदारी बेची थी. बर्कशायर हैथवे के पास पेटीएम में लगभग 2.6 फीसदी हिस्सेदारी थी. पेटीएम के शेयर शुक्रवार को 467.25 रुपये पर थे. 


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