मुंबई: सॉफ्टवेयर सेवाओं का निर्यात 2020-21 में 2.1 प्रतिशत बढ़कर 148.3 अरब डॉलर रहा. निर्यात में भारतीय कंपनियों से संबद्ध विदेशी इकाइयों की सेवाएं शामिल हैं. भारतीय रिजर्व बैंक के सोमवार को जारी सर्वेक्षण से जानकारी सामने आई. आरबीआई ने कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी सेवाओं के निर्यात पर 2020-21 का सालाना सर्वे जारी किया है.
RBI ने 2020-21 का सालाना सर्वे जारी किया
केंद्रीय बैंक के अनुसार, ‘‘भारत का सॉफ्टवेयर सेवाओं का निर्यात (वाणिज्यिक मौजूदगी के जरिये निर्यात को छोड़कर) 2020-21 में सालाना आधार पर चार प्रतिशत बढ़कर 133.7 अरब डॉलर का रहा. विदेशी संबद्ध इकाइयों की वाणिज्यिक मौजूदगी के जरिये सॉफ्टवेयर निर्यात 2020-21 में 14.6 अरब डॉलर का हुआ. इस मामले में सबसे बड़ा गंतव्य अमेरिका है. सॉफ्टवेयर निर्यात के लिए उसकी भागीदारी 54.8 फीसद रही.
सॉफ्टवेयर सेवाओं का निर्यात 2.1 प्रतिशत बढ़ा
आरबीआई के मुताबिक भारतीय कंपनियों की संबद्ध विदेशी इकाइयों समेत कुल सॉफ्टवेयर सेवाओं का निर्यात 2020-21 में 2.1 प्रतिशत बढ़कर 148.3 अरब डॉलर पर रहा. कुल सॉफ्टवेयर सेवा निर्यात में कंप्यूटर सेवाओं और आईटी संबद्ध सेवाओं की हिस्सेदारी 65.3 प्रतिशत और 34.7 प्रतिशत पर रही. सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) संबद्ध सेवाओं (आईटीईएस) के निर्यात में बीपीओ (बिजनेस प्रोसेस आउटर्सोसिंग) सेवाओं का दबदबा देखा गया. केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘‘सॉफ्टवेयर निर्यात के लिये 54.8 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ प्रमुख गंतव्य अमेरिका रहा. यूरोप की हिस्सेदारी 30.1 प्रतिशत रही. इसमें करीब आधी हिस्सेदारी ब्रिटेन की थी. 2020-21 के सर्वे के लिए 6,115 सॉफ्टवेयर निर्यात करनेवाली कंपनियों से संपर्क साधा गया था, उनमें से 1,815 कंपनियों ने जवाब दिया, जिसमें ज्यादातर बड़ी कंपनियां शामिल थीं.
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