दक्षिण कोरिया की सबसे बड़ी कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स (Samsung Electronics) ने दुनिया भर में बनी विषम आर्थिक परिस्थितियों के बीच लागत कम करने का अलग तरीका अपनाया है. दुनिया भर की कई कंपनियां अभी के दौर में लागत कम करने के लिए अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं. वहीं सैमसंग कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी को कुछ कम कर काम चलाने जा रही है.


नहीं बढ़ेगा इन लोगों का वेतन


सैमसंग दुनिया की सबसे बड़ी मेमोरी चिप व स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी है. कंपनी के प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच लागत को कम करने के उपायों के बारे में बातचीत चल रही थी. दक्षिण कोरिया की योनहप न्यूज एजेंसी के अनुसार, बातचीत के बाद दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि प्रतिकूल परिस्थितियों को देखते हुए निदेशक मंडल के सदस्यों के वेतनमान में कोई वृद्धि नहीं होगी, जबकि कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि की दर सामान्य की तुलना में कम रहेगी.


पिछले साल मिला इतना हाइक


इस सहमति के बाद सैमसंग के कर्मचारियों को वेतन में औसतन 4.1 फीसदी का हाइक मिलने वाला है. पिछले साल कंपनी के कर्मचारियों को 9 फीसदी का हाइक मिला था. यह एक दशक का सबसे बड़ा हाइक था, लेकिन कर्मचारियों की मांग से कम था. अब हाइक पिछले साल की तुलना में आधे से भी कम रहने वाला है. कंपनी के कर्मचारी खराब प्रदर्शन, चिप संकट और वैश्विक आर्थिक मंदी जैसी चुनौतियों को देखते हुए इस कटौती पर सहमत हो गए हैं.


नहीं हुई आधिकारिक घोषणा


सैमसंग के प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच हुई बातचीत में सैलरी हाइक के अलावा भी कुछ मुद्दों पर सहमतियां बनीं, जिनमें श्रम नीतियों से जुड़े कुछ मुद्दे भी शामिल थे. अब सैमसंग के उन महिला कर्मचारियों के लिए काम के घंटे कम हो जाएंगे, जो गर्भवती होंगी. हालांकि अब कंपनी या कर्मचारियों की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है. न्यूज एजेंसी का कहना है कि इसे आंतरिक तौर पर अनाउंस किया जा चुका है.


इतना कम हुआ मुनाफा


आपको बता दें कि मार्च तिमाही के दौरान सैमसंग का प्रदर्शन काफी खराब रहा है. साल 2023 के पहले तीन महीनों के दौरान कंपनी के मुनाफे में करीब 96 फीसदी की भारी-भरकम गिरावट आई है और यह 600 बिलियन वॉन यानी 454.9 मिलियन डॉलर रहा है. साल भर पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 14.12 ट्रिलियन वॉन रहा था. वेतन वृद्धि पर प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच सहमति तैयार करने में इस फैक्टर का बड़ा असर रहा.


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