Sovereign Gold Bond Scheme: रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से सोने के दामों में इजाफा देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि आने वाले समय में सोना और भी महंगा हो सकता है. कई जानकार सोने के दाम 60,000 रुपये प्रति ग्राम तक छूने की आशंका जातहिर कर रहे हैं. ऐसे में सस्ता सोना खरीदने चाहते हैं तो केंद्र सरकार (Central Government) आपके लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की ऑफर लेकर आई है. आप 28 फरवरी से 4 मार्च के बीच सोने में निवेश कर सकते हैं.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मुताबिक, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की दसवीं सीरीज के लिए इश्यू प्राइस 5109 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. वहीं, इससे पहले 9वीं सीरीज के लिए इसका रेट्स 4786 रुपये प्रति ग्राम था.
ऑनलाइन पेमेंट पर डिस्काउंट
आपको बता दें अगर आप ऑनलाइन खरीदारी करते हैं तो इसमें आपको 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट का फायदा मिलेगा, लेकिन इसके लिए आपको डिजिटल मोड में पेमेंट करना होगा. अगर आप ऑनलाइन पेमेंट करते हैं तो आपके लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 5,059 रुपये प्रति ग्राम रहेगा.
मिलेगा ब्याज का फायदा
अगर आप भी ये बॉन्ड खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो इसकी खासियत यह है कि आपको इसमें ब्याज का भी फायदा मिलेगा. केंद्र सरकार की ओर से इश्यू प्राइस पर आपको 2.5 फीसदी ब्याज का भी फायदा मिलेगा. सरकार की ओर से आपको इसमें छमाही ब्याज का फायदा मिलता है.
कहां से खरीदें ये बॉन्ड?
अगर इसकी खरीदारी की बात की जाए तो निवेशक इसे स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), डाकघर और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (Stock Exchanges), NSE और BSE के माध्यम से खरीद सकते हैं. बता दें स्माल फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंक में इनकी बिक्री नहीं होती है.
कितना खरीद सकते हैं गोल्ड?
अगर इसमें अधिकतम निवेश की बात की जाए तो आप मैक्सिमम 4 किलोग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकते हैं. इसके अलावा ट्रस्ट या फिर किसी संस्था की बात की जाए तो वह 20 किग्रा तक के बॉन्ड खरीद सकती हैं.
क्या होता है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?
आपको बता दें यह एक तरह का सरकारी बॉन्ड होता है. इस योजना को आरबीआई की ओर से जारी किया जाता है. सरकार ने इसे साल 2015 में शुरू किया था. इसको आप सोने के वजन के रूप में खरीद सकते हैं. अगर यह बॉन्ड 5 ग्राम का है तो आप समझ लीजिए कि इसकी कीमत 5 ग्राम गोल्ड के बराबर होगी. दरअसल इस योजना को शुरू करने का मकसद था कि जो लोग पेपर फॉर्म में सोना खऱीदना चाहते हैं उनके लिए सोना खरीदना का ये जरिया है. क्योंकि वैसे सोना खऱीदने पर उसकी सुरक्षा से लेकर रखरखाव जैसे मुद्दे हैं.
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