(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sovereign Gold Bond Scheme: होली पर सस्ता सोना खरीदने का सुनहरा मौका, 10 मार्च है लास्ट डेट; जानें कीमत
Sovereign Gold Bond Scheme: आरबीआई सस्ती कीमत में सोना खरीदने का मौका दे रहा है, जो आज से शुरू की जा रही है. ये सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत दिया जा रहा है.
Sovereign Gold Bond Scheme: केंद्र सरकार आज से सस्ती कीमत पर सोना खरीदने वाली स्कीम की शुरुआत कर रही है. लोगों के पास पांच दिन है, जिसके तहत वे सोने की बुकिंग करा सकते हैं. होली पर अगर आप गोल्ड में निवेश का प्लान बना रहे हैं तो ये आपके लिए अच्छा मौका है. 6 मार्च से 10 मार्च तक सस्ता सोना खरीदा जा सकता है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कहा कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 की अगली किश्त के लिए प्राइस 5,611 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. अगर कोई दस ग्राम सोना खरीदता है तो उसे 56,110 रुपये देने होंगे. ये मार्केट के प्राइस से सस्ता है.
इन खरीदारों को मिलेगी छूट
भारत सरकार ने भारतीय रिज़र्व बैंक के परामर्श से ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल मोड के माध्यम से भुगतान करने वाले निवेशकों को गोल्ड की प्राइस से 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट दिया जाएगा. आरबीआई ने कहा कि ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 5,561 रुपए प्रति ग्राम सोना होगा.
कहां से खरीद सकेंगे ये सोना
भारतीय रिजर्व बैंक भारत सरकार की ओर से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) जारी करता है. बॉन्ड की बिक्री बैंकों स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों - नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड से खरीदा जा सकता है.
कबतक मैच्योर होगा सोना
अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) के तहत सोना में निवेश करते हैं तो इसकी मैच्योरिटी 8 साल के लिए होगी, जिसमें कोई भी निवेशक 5 साल के बाद समय से पहले हट सकता है. बता दें कि इस योजना को नवंबर 2015 में शुरू किया गया था. इस स्कीम को लाने का मतलब देश में भौतिक सोने की खरीदारी की मांग को कम करना है.
कम से कम इतना किया जा सकता है निवेश
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कम से कम 1 ग्राम गोल्ड का निवेश किया जा सकता है. जबकि एक ग्राहक ज्यादा से ज्यादा 4 किलोग्राम, एचयूएफ के लिए 4 किलो और ट्रस्ट 20 किलोग्राम सोने की खरीदारी कर कसते हैं. नो-योर-कस्टमर (केवाईसी) मानदंड भौतिक सोने की खरीद के समान ही होंगे.
ये भी पढ़ें