Sovereign Gold Bond Scheme: सस्ता सोना खरीदना है तो आज से सुनहरा मौका, जानें प्रोसेस, कीमत और रिटर्न के बारे में
Sovereign Gold Bonds Scheme 2022-23 Series 1: रिजर्व बैंक की तरफ से आज से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 की पहली सीरीज खरीदारी के लिए खुली है. अगर आप बाजार भाव से सस्ता सोना लेना चाहें तो मौका है.
Sovereign Gold Bonds Scheme 2022-23: देश में सोने के दाम में आजकल लगातार उछाल देखा जा रहा है लेकिन अगर बाजार भाव से सस्ता सोना खरीदना चाहते हैं तो आज से आपको सुनहरा मौका मिल रहा है. आज से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 की पहली सीरीज खरीदारी के लिए खुल गई है और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) इस स्कीम के जरिए कम कीमत में सोना खरीदने का अवसर दे रहा है. वित्त मंत्रालय ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 को दो चरणों को जारी करने का एलान किया है.
लेटेस्ट रेट्स क्या हैं चेक करें
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मुताबिक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की 2022-23 सीरीज 1 के लिए इश्यू प्राइस 5091 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. वहीं, ऑनलाइन खरीदने पर आपको प्रति ग्राम 50 रुपये की और छूट मिलेगी तो इसकी कीमत 5041 रुपये प्रति ग्राम हो जाएगी.
गोल्ड बॉन्ड कहां से खरीद सकते हैं?
निवेशक इसे स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), पोस्ट ऑफिस और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (Stock Exchanges), NSE और BSE के जरिए खरीद सकते हैं. हालांकि स्माल फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंक से आप ये नहीं खरीद सकते हैं. गोल्ड बॉन्ड की यूनिट खरीदें और उसके मूल्य के बराबर का अमाउंट आपके डीमैट खाते से जुड़े अकाउंट से कट जाते हैं.
ऑनलाइन खरीदने पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट
डिजिटल माध्यम से गोल्ड बॉन्ड के लिये आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों के लिए सब्सक्रिप्शन प्राइस 50 रुपये प्रति ग्राम कम होगा. निवेशकों को निर्धारित मूल्य पर सालाना 2.5 फीदी ब्याज छमाही आधार पर दिया जाएगा. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अवधि आठ वर्ष की होगी और पांचवे वर्ष के बाद कस्टमर्स के पास इससे बाहर निकलने का विकल्प होगा. इन बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल और लॉक-इन पीरीयड 5 साल का है तो इसका प्रीमैच्योर रिडेंप्शन 5 साल और फुल रिडेंप्शन 8 साल के बाद हो सकता है.
कितना और कौन कर सकते हैं निवेश
ये बॉन्ड निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार (HUF), न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाएं ही खरीद सकते हैं. इंडीविजुअल निवेशक एक साल में अधिकतम 4 किलोग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकते हैं. इसके अलावा ट्रस्ट या संस्थाएं एक साल में अधिकतम 20 किलोग्रम के बॉन्ड खरीद सकती हैं.
क्या है ये स्कीम
केंद्र सरकार ने नवंबर 2015 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की शुरुआत की थी. आरबीआई (RBI) सरकार की तरफ से यह बॉन्ड जारी करता है. इसी स्कीम के दौरान निवेशकों के पास बाजार से कम रेट्स में गोल्ड खरीदने का मौका मिलता है.
ये भी पढ़ें