Gold Scheme: सस्ते में आज से खरीद पाएंगे सोना, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की सीरीज-5 का सब्सक्रिप्शन खुला
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की इस स्कीम के तहत खरीदारों को सस्ते में सोना खरीदने का मौका मिल रहा है. तो जानें इस स्कीम के बारे में और आसमान छूते सोने के दाम के दौर में कुछ बचत कर लें.
Sovereign Gold Bond Scheme: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2020-21 सीरीज पांच सब्सक्रिप्शन के लिए आज से 7 अगस्त के बीच खुली रहेगी. भारतीय रिजर्व बैंक ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 5,334 रुपये प्रति 10 ग्राम तय किया है। यह इश्यू आज से 7 अगस्त के बीच खुला रहेगा और खरीदारों को कम कीमत में सोना खरीदने का मौका मिलेगा. गोल्ड बॉन्ड की इस सीरीज को इश्यू करने की तारीख 11 अगस्त, 2020 है.
कैसे मिलेगा सस्ता सोना रिजर्व बैंक के मुताबिक 2020-21 की सीरीज-5 की सावरेन गोल्ड बॉन्ड योजना का इश्यू प्राइस 5,334 रुपये प्रति ग्राम होगा. इस बॉन्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने वालों और पेमेंट करने वालों को प्रति ग्राम के हिसाब से 50 रुपये की छूट मिलेगी लिहाजा ऑनलाइन खरीदने वालों के लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 5,284 रुपये प्रति ग्राम होगा और इस तरह उन्हें सोने की खरीदारी सस्ते में करने का मौका मिलेगा. अब जब सोने की कीमत 54,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच गई है तो आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के जरिए सस्ते में सोने की खरीदारी कर सकते हैं.
पिछली बार के गोल्ड बॉन्ड के इश्यू प्राइस की जानकारी इससे पिछली बार के सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4,852 रुपये प्रति 10 ग्राम था और ये इश्यू 6 जुलाई 2020 से 10 जुलाई 2020 के बीच आया था. 8 से 12 जून के बीच जो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की सीरीज-3 थी उसमें सब्सक्रिप्शन के लिए इश्यू प्राइस 4677 रुपये प्रति ग्राम रखा गया था.
क्या हैं सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड इस सरकारी गोल्ड बॉन्ड स्कीम में कम से कम एक ग्राम के साथ निवेश किया जा सकता है और एक वित्त वर्ष में कोई भी व्यक्ति या एचयूएफ चार किलोग्राम तक का निवेश इस स्कीम में कर सकते हैं. हालांकि ट्रस्ट या अन्य संस्थाएं एक वित्त वर्ष में 20 किलो तक का निवेश सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कर सकते हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसी साल अप्रैल में एलान किया था कि वह अप्रैल से लेकर 20 सितंबर 2020 तक छह किस्तों में गोल्ड बॉन्ड जारी करेगा. रिजर्व बैंक भारत सरकार की ओर से सावरेन गोल्ड बॉड जारी करता है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के बारे में ज्यादा जानकारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की शुरुआत साल 2015 के नवंबर में की गई थी और इसकी अवधि आठ साल की होती है. इसमें पांच साल के बाद खरीदारों के पास एग्जिट का विकल्प होता है.
कौन और कैसे कर सकते हैं निवेश देश में रह रहे भारत के नागरिक, एचयूएफ यानी हिन्दू अविभाजित परिवार, ट्रस्ट, विश्वविद्यालय और धर्मार्थ संस्थाएं इस सरकारी गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश कर सकते हैं. गोल्ड बॉन्ड्स की बिक्री बैंकों, निर्धारित भारतीय पोस्ट ऑफिस, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और स्टॉक एक्सचेंजेज के जरिए सीधे तौर पर या उनके एजेंटों के जरिए की जाती है.
कैसे तय होता है इश्यू प्राइस रिजर्व बैंक ने पहले ही एलान कर दिया था कि सब्सक्रिप्शन से पहले वाले हफ्ते के आखिरी तीन वर्किंग डेज के लिए आईबीजेए (इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन लिमिटेड) की तरफ से जारी 999 शुद्धता वाले सोने की बंद कीमत के साधारण औसत में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की कीमत तय होगी.