Spectrum Auction: टेलीकॉम डिपार्टमेंट आठ बैंडों में 96,000 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के स्पेक्ट्रम की नीलामी आज से शुरू करेगा. टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स और ऑपरेटर्स रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया की 5जी मोबाइल सर्विस के लिए इन महत्वपूर्ण रेडियो फ्रीक्वेंसी को हासिल करने पर नजर है. पिछली स्पेक्ट्रम नीलामी अगस्त 2022 में हुई थी, जिसमें पहली बार 5जी सर्विसेज के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी शामिल की गईं थीं.
6 जून को होने वाली स्पेक्ट्रम नीलामी की तारीख आगे बढ़ी थी
टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने स्पेक्ट्रम नीलामी की समयसीमा 19 दिन आगे बढ़ाई थी. पहले ये स्पेक्ट्रम ऑक्शन 6 जून को होना था लेकिन पांच जून को इस लाइव नीलामी की शुरुआत की तारीख छह जून से बदलकर 25 जून कर दी गई थी.
टेलीकॉम डिपार्टमेंट करेगा आठ स्पेक्ट्रम बैंड की नीलामी
सरकार लगभग 96,317 करोड़ रुपये के बेस प्राइज पर मोबाइल फोन सर्विसेज के लिए आठ स्पेक्ट्रम बैंड की नीलामी करेगी. गौरतलब है कि 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में उपलब्ध सभी स्पेक्ट्रम 10वीं नीलामी का हिस्सा हैं.
20 साल के लिए दिया जाएगा स्पेक्ट्रम
स्पेक्ट्रम 20 साल की अवधि के लिए दिया जाएगा और सफल बोलीदाताओं को 20 समान सालाना किस्तों में पेमेंट करने की सुविधा होगी. टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने आगामी नीलामी के जरिए मिले स्पेक्ट्रम को कम से कम 10 साल के बाद वापस करने का ऑप्शन दिया है.
रिलायंस जियो ने जमा की सबसे ज्यादा रकम
रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए सबसे अधिक 3000 करोड़ रुपये की बयाना रकम जमा की है. इस आधार पर कंपनी सबसे ज्यादा रेडियो फ्रीक्वेंसी के लिए बोली लगा सकती है. दूरसंचार विभाग के मुताबिक भारती एयरटेल ने 1050 करोड़ रुपये और वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने 300 करोड़ रुपये की बयाना राशि जमा की है. कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड अपने स्पेक्ट्रम यूसेज चार्जेज को कम करने के लिए खास तौर से 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में रणनीतिक अधिग्रहण पर फोकस कर सकती है.
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