Spicejet Ransomware Attack: निजी एयरलाइंस स्पाइसजेट (Spicejet) पर साइबर अटैक का असर उसके वित्तीय नतीजों के ऐलान पर पड़ा है. स्पाइसजेट ने स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया है कि एयरलाइंस के आईटी सिस्टम पर रैनसमवेयर अटैक (Ransomware Attack) के चलते उसके ऑडिट प्रोसेस ( Audit Process) पर असर पड़ा जिसके चलते 2021-22 की चौथी तिमाही के ऐलान में देरी होगी. स्पाइसजेट 30 मई 2022 को जनवरी से मार्च की तिमाही के लिए नतीजों का ऐलान करने वाली थी जिसके लिए बोर्ड मीटिंग होने वाली थी लेकिन फिलहाल इसे टाल दिया गया है और नतीजों के ऐलान के लिए नए तारीख की घोषणा की जाएगी.
वित्तीय नतीजों के ऐलान में देरी
स्पाइसजेट ने स्टॉक एक्सचेंज को सूचित करते हुए लिखा है कि, हम बताना चाहते हैं कि आईटी सिस्टम पर रैनसमवेयर अटैक के चलते ऑडिट प्रोसेस को पूरा होने में समय लगेगा जिसके चलते 2021-22 के वित्तीय नतीजों के ऐलान में देरी होगी.
स्पाइसजेट पर साइबर हमला
दरअसल दो दिन पहले स्पाइसजेट (Spicejet) के सिस्टम पर साइबर हमला ( Cyber Attack) हुआ था. जिसकी जानकारी स्पाइसजेट ने खुद ट्वीट कर दी थी. एयरलाइंसके मुताबिक मंगलवार 24 मई की रात एयरलाइंस के सिस्टम पर रैनसमवेयर अटैक (Ransomware Attack) हुआ है जिसके चलते बुधवार की सुबह उड़ान भरने वाले विमानों की सेवाएं भी प्रभावित हुई थी. स्पाइजेट (Spicejet) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट कर ये जानकारी दी कि बीती रात स्पाइसजेट के कुछ सिस्टम्स पर रैनसमवेयर अटैक (Ransomware Attack) हुआ है. जिसके चलते सुबह उड़ान भरने वाली विमानों का ऑपरेशन प्रभावित हुआ है. हालांकि एयरलाइंस ने बताया कि, हालात अब कंट्रोल में है. अब फ्लाइट ऑपरेशन सामान्य रूप से ऑपरेट कर रही है.
क्या होता है रैनसमवेयर
रैनसमवेयर (Ransomware Attack) एक प्रकार का साइबर हमला है. यह वायरस यूजर के कंप्यूटर पर कंट्रोल कर पेमेंट की डिमांड करता है. यह वायरस सिर्फ कंप्यूटर (Computer) ही नहीं बल्कि स्मार्टफोन ( Smartphone) को भी नुकसान पहुंचा सकता है. रैनसमवेयर बिना आपकी जानकारी के कंप्यूटर या स्मार्टफोन को नुकसान पहुंचाने वाला सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर लेता है, इसके जरिए ये यूजर की जानकारी को एन्क्रिप्ट कर लेता है. हैकर ( Hacker) यूजर के सभी डाटा एक्सेस कर सकता है. हैकर यूजर को उसका डाटा ब्लॉक करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल कर पैसे वसूलने की कोशिश करता है. यूजर से फीस के तौर पर बिटक्वाइन ( Bitcoin) से लेकर डॉलर ( Dollar) में पेमेंट की मांग की जाती है. रैनसमवेयर अटैक (Ransomware Attack) में कोरोना महामारी ( Covid19 Pandemic) के बाद से बढ़ोतरी हुई है खासतौर से 2020 से. इन दिनों रिसर्च लैब हो मेडिकल या वैक्सीन बनाने वाली कंपनी या कॉरपोरेट हाउस उसपर रैनसमवेयर अटैक (Ransomware Attack) बढ़ा है. चीन के एडवास ग्रुप द्वारा ये अटैक किए जाते हैं. चीन, ( China) ईरान ( Iran) और नार्थ कोरिया ( North Korea) से रैनसमवेयर अटैक (Ransomware Attack) किए जाते है.
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