(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Star Health Insurance: स्टार हेल्थ इंश्योरेंस के कस्टमर सावधान, लीक हो गया है करोड़ों लोगों का डेटा!
Customer Data Leak: एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि डेटा लीक में पॉलिसीहोल्डर्स के नाम, मोबाइल नंबर, पता, टैक्स विवरण, आईडी कार्ड, टेस्ट रिजल्ट और मेडिकल कंडीशन जैसी निजी जानकारियां मौजूद हैं.
Customer Data Leak: स्टार हेल्थ एंड अलाइड इंश्योरेंस (Star Health and Allied Insurance) के करोड़ों कस्टमर के लिए एक बुरी खबर सामने आई है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि कंपनी के करीब 3.1 करोड़ पॉलिसीहोल्डर्स की निजी जानकारियां लीक हो गई हैं. इन्हें हैकर्स के द्वारा चैटबॉट के जरिए टेलीग्राम (Telegram) पर उपलब्ध करा दिया गया है. इस डेटा में कस्टमर्स से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां मौजूद हैं. हालांकि, स्टार हेल्थ ने कहा है कि डेटा चोरी की यह घटना बड़ी नहीं है. वह इस बारे में कानून प्रवर्तन अधिकारियों के संपर्क में हैं. हाल ही में टेलीग्राम के फाउंडर पावेल डुरोव (Pavel Durov) को क्राइम को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
पॉलिसीहोल्डर्स के नाम, मोबाइल नंबर और पता जैसे विवरण मौजूद
रायटर्स की एक रिपोर्ट के हवाले से मिंट ने कहा है कि इन चैटबॉट को बनाने वाले ने ब्रिटेन के एक सिक्योरिटी रिसर्चर जेसन पार्कर को स्टार हेल्थ के डेटा के बारे में जानकारी दी थी. उसने यह सूचना सुरक्षा एजेंसियों की दी. रिपोर्ट के अनुसार, पॉलिसीहोल्डर्स की निजी जानकारियां टेलीग्राम के जरिए बेचने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसा दावा करने वाले सैंपल भी उपलब्ध करा रहे हैं. रायटर्स ने इन्हें डाउनलोड भी किया है. इनमें पॉलिसीहोल्डर्स के नाम, मोबाइल नंबर, पता, टैक्स विवरण, आईडी कार्ड, टेस्ट रिजल्ट और मेडिकल कंडीशन की जानकारियां मौजूद हैं. उधर, कंपनी ने कहा है कि कस्टमर का डेटा सुरक्षित है.
चैटबॉट के जरिए होने वाले क्राइम रोकने में असफल टेलीग्राम
टेलीग्राम दुनिया के बड़े मैसेंजर एप में से एक है. इस पर करीब 90 करोड़ यूजर्स हैं. कंपनी चैटबॉट के जरिए होने वाले इन क्राइम पर लगाम लगाने में असफल साबित हो रही है. इसके अलावा भारतीय कंपनियों की डेटा सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. जेसन पार्कर ने एक डेटा खरीदार बनकर जेनजेन (xenZen) नाम के इस हैकर से संपर्क किया था. जेनजेन का दावा है कि उनके पास 7.24 टेराबाइट डेटा है. फिलहाल यह खुलासा नहीं हो सका है कि यह डेटा उस हैकर के पास कैसे पहुंचा.
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