New Year 2021: नए साल में बचत और निवेश के ये 5 टिप्स, आपके बहुत काम आएंगे
किसी भी आपातस्थिति के लिए आपके पास छह महीने के बराबर की सैलरी होनी चाहिए. इसे इमरजेंसी फंड कहा जाता है.नए साल यानी 2021 में बचत और निवेश को सबसे ऊपर रखेंगे. आइए जानते हैं कि निवेश और बचत के लिए कौन से रास्ते अपनाए जा सकते हैं.
साल 2020 अभूतपूर्व साल रहा है. इस साल कोरोना संक्रमण ने लोगों को बचत और निवेश की अहमियत समझा दी. उम्मीद है कि आप भी नए साल यानी 2021 में बचत और निवेश को सबसे ऊपर रखेंगे. आइए जानते हैं कि निवेश और बचत के लिए कौन से रास्ते अपनाए जा सकते हैं.
1. खर्चे का रखें लेखाजोखा
पुरानी कहावत है, आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया. इसलिए अपने खर्चों को लगातार मॉनिटर करें. इसका कोई परफेक्ट तरीका नहीं है. आप रोज का हिसाब-किताब लिखित दर्ज कर या किसी ऐप के जरिये खर्च पर निगरानी रखते हैं. Personal Capital, Expensify, Concur, Wally जैसे कई ऐप हैं जो आपको इसमें मदद कर सकते हैं. खर्चों को कंट्रोल करने की पहली सीढ़ी है, इन पर निगरानी.
2. 20 फीसदी का रूल
20 परसेंट का रूल काफी कारगर है. अपनी सैलरी का 20 फीसदी किसी भी कीमत पर खर्च न करें. इस 20 फीसदी में से दस फीसदी लॉन्ग टर्म निवेश जैसे पीपीएफ और एनपीएस में करें. बाकी दस फीसदी को आप म्यूचुअल फंड या एफडी या रेकरिंग में लगा सकते हैं.
3. इमरजेंसी फंड
कहा जाता है कि किसी भी आपातस्थिति के लिए आपके पास छह महीने के बराबर की सैलरी होनी चाहिए. इसे इमरजेंसी फंड कहा जाता है. निवेश की कोई भी योजना अपनाने से पहले इस इमरजेंसी फंड का इंतजाम जरूर कर लें. आप अपने खर्चों को सीमित कर इमरजेंसी फंड बना सकते हैं.
4.टर्म इंश्योरेंस और मेडिकल इंश्योरेंस
अपने परिवार की वित्तीय और सेहत की सुरक्षा के लिए टर्म इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेना बेहद जरूरी है. टर्म इंश्योरेंस सस्ता होता है. इसलिए इंश्योरेंस पॉलिसी जरूर खरीदें. इसके साथ ही मेडिकल इंश्योरेंस भी जरूरी है ताकि इसके खर्चों का बोझ आपकी वित्तीय स्थिति कमजोर न करे.
5.रिटायरमेंट प्लानिंग
अमूमन लोग रिटायरमेंट प्लानिंग को भविष्य के लिए छोड़ देते हैं. लेकिन पर्सनल फाइनेंस के विशेषज्ञ मानते हैं कि पहली सैलरी मिलते ही रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए. यानी रिटायरमेंट के प्लानिंग के लिए बचत और सेविंग्स शुरू कर दें. शुरुआत पीपीएफ और एनपीएस से कर सकते हैं. वीपीएफ यानी वॉलेंटरी प्रॉविडेंट फंड का विकल्प भी आजमा सकते हैं.
नए साल में निवेश के लिए ये हैं टॉप 5 विकल्प, मिलेगा ज्यादा फायदा, पैसा भी रहेगा सुरक्षित