Startup Layoffs 2023: मंदी ने दुनियाभर में लाखों लोगों की नौकरी पर बहुत बुरा असर डाला है. दिग्गज कंपनियों जैसे ट्विटर (Twitter), मेटा (Meta), अमेजन (Amazon), माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), गूगल (Google) आदि ने कई चरण में कर्मचारियों की छंटनी की है. इन बड़ी कंपनियों के अलावा कई स्टार्टअप कंपनियों (Layoffs in Startup Companies) ने भी कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर छंटनी की है. ZestMoney के बाद अब जिस स्टार्टअप से छंटनी की खबर आ रही है वह है हेल्थ टेक स्टार्टअप Practo. कंपनी ने अपने 41 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है.


कर्मचारियों की क्यों की गई छंटनी?


बिजनेस टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने इस छंटनी के बारे में बयान देते हुए बताया है कि कर्मचारियों की छंटनी के उनके प्रदर्शन के आधार पर की गई है. इसके साथ ही कंपनी ने 41 कर्मचारियों की छंटनी की खबर पर भी मुहर लगा दी. रिपोर्ट के मुताबिक छंटनी का शिकार हुए अधिकतर कर्मचारी इंजीनियरिंग विभाग, सॉफ्टवेयर और प्रोडक्ट मैनेजर हैं. कंपनी ने इंजीनियरिंग विभाग के कम से कम 50 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.


पिछले एक महीने से चल रही थी छंटनी की तैयारी


गौरतलब है कि पिछले एक महीने से हेल्थ टेक स्टार्टअप Practo छंटनी की तैयारी कर रही थी. कंपनी की एचआर ने सभी डिपार्टमेंट के इंप्लाइज की छंटनी की लिस्ट तैयार की थी. कंपनी में छंटनी का शिकार हुए इंप्लाइज के बारे में बात करते हुए कहा है कि छंटनी हमारे लिए कठिन फैसला था. Practo ने प्रभावित कर्मचारियों को फाइनेंशियल मदद देने की बात कही हैं. इसके साथ ही कंपनी ने यह भी कहा है कि छंटनी का कंपनी के वित्तीय स्थिति से कोई लेना देना नहीं है. इसके साथ ही कंपनी ने दावा कि उनके प्रॉफिट अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं.


Practo और 500 लोगों को अपनी टीम से जोड़ेगी


एक तरफ जहां प्रैक्टो छंटनी कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ अपनी टीम में 500 और कर्मचारियों को और जोड़ने का प्लान बना रहा है. कंपनी का लक्ष्य है कि वह 1 बिलियन से अधिक भारतीयों तक अपनी सर्विसेज पहुंचाए. इसके लिए कंपनी 500 से अधिक कर्मचारियों की हायरिंग का प्लान अगले 12 महीने में बनाने वाली है. 


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