लॉकडाउन के दौरान कुछ स्टार्ट-अप कंपनियों ने सैलरी में कटौती की थी. वेतन वृद्धि रोक दी थी. लेकिन अब वे उनकी पुरानी सैलरी को बरकरार रख रही हैं. बोनस भी दे रही हैं. इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक ग्रोफर्स, जोमाटो, अपग्रेड और इक्सिगो ने सैलरी कट को रोलबैक करना शुरू कर दिया है. स्नैपडील का ऑपरेशन अपने प्री-कोविड लेवल तक पहुंच चुका है. बेहतर कैश-फ्लो की बदौलत उसने अपने कर्मचारियों को अब बोनस देना शुरू किया है. कई कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की गई है.
स्नैपडील ने अपने लगभग 700 कर्मचारियों के लिए वेतन में बढ़ोतरी की है. हालांकि स्नैपडील की ओर से ये नहीं बताया गया है कि बिना वेतन के छुट्टी पर भेजे गए न कर्मचारियों को वापस बुलाया गया है उन्हें वेतन वृद्धि का लाभ दिया गया है या नहीं.
कई स्टार्ट-अप कंपनियों में संकट बरकरार
हालांकि कई स्टार्ट-अप कंपनियों के कर्मचारियों की हाल में छंटनी की गई है. ओयो, क्योरफिट और बाउंस जैसी कंपनियों ने कर्मचारियों की संख्या घटाई थी. इन कर्मचारियों को फिलहाल कोई राहत नहीं मिलती दिख रही क्योंकि जिन सेक्टरों में ये कंपनियां काम कर रही हैं उनमें निकट भविष्य में मांग बढ़ती नहीं दिख रही है.
हालांकि जिन छोटी स्टार्ट-अप कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के मौजूदा वेतन को बरकरार था, वे भी निश्चित नहीं है कि ऐसा कब तक कर पाएंगीं. कर्मचारियों का कहना है कि इस तरह अचानक फैसले की वजह से किसी भी स्टार्ट-अप में ज्वाइनिंग से बचने की कोशिश कर रहे हैं. हालात बेहतर नहीं हुए हैं. आगे मांग में ज्यादा बढ़ोतरी की गुंजाइश नहीं दिख रही है. कई और स्टार्ट-अप कंपनियों में छंटनी हो सकती है. हालांकि इस बीच आईटी और आईटी सर्विसेज कंपनियों की स्थिति अच्छी रही है. वहां नई हायरिंग हो रही हैं.