नई दिल्लीः देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक का मुनाफा तीन गुना बढ़ा है, लेकिन फंसे कर्ज में भारी बढ़ोतरी ने मुनाफे में उछाल के उत्साह को दबा दिया.


शुक्रवार को जारी नतीजों के मुताबिक, 30 जून को खत्म हुए तीन महीने की अवधि (अप्रैल-जून) के दौरान बैंक का मुनाफा 1046 करोड़ रुपये से बढ़कर 3032 करोड़ रुपये हो गया. यानी बीते कारोबारी साल की पहली तिमाही के मुकाबले 189.85 फीसदी बढ़ा. मुनाफे में खासी बढ़ोतरी के बावजूद बीएसई पर बैंक के शेयरों में तेज गिरावट दर्ज की गयी. दोपहर में शेयर करीब छह फीसदी तक गिरा.


शेयरों में गिरावट की सबसे बड़ी वजह फंसे कर्ज यानी एनपीए में बढ़ोतरी थी. तिमाही दर तिमाही आधार पर अप्रैल-जून तिमाही में कुल फंसा कर्ज यानी ग्रॉस एनपीए 6.9 फीसदी से बढ़कर 9.97 फीसदी रहा है. वहीं तिमाही आधार पर अप्रैल-जून तिमाही में एसबीआई का शुद्ध फंसा कर्ज (कुल फंसे कर्ज में जितने के लिए रकम से मुनाफे का प्रावधन कर दिया, उसके बाद की बची रकम) नेट एनपीए 3.71 फीसदी से बढ़कर 5.97 फीसदी रहा है.


आर्थिक समीक्षा 2: 7.5 फीसदी की विकास दर मुश्किल, ब्याज दरों में कमी की गुंजाइश

Raymond कंपनी के मुखिया, अरबों के मालिक रहे विजयपत सिंघानिया को बेटे ने बनाया मोहताज

जेपी बिल्डर दिवालिया होने की कगार परः NCLT ने दिया 9 महीने का समय, 32 हजार फ्लैट फंसे

अब बिना PUC सर्टिफिकेट के कार इंश्योरेंस रिन्यूएल नहींः सुप्रीम कोर्ट