नई दिल्लीः स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (एसबीटी) का इसके प्रमोटर बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ मर्जर हो रहा है. कल ये मर्जर साथ इसके 72 साल के अस्तित्व का कल अंतिम पड़ाव पूरा हो जाएगा. स्टेट बैंक आफ इंडिया (एसबीआई) के कुछ अन्य सहयोगी बैंकों का विलय भी उसमें होने जा रहा है जिनमें स्टेट बैंक आफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे), स्टेट बैंक आफ मैसूर, स्टेट बैंक आफ पटियाला और स्टेट बैंक आफ हैदराबाद शामिल है. इन बैंकों के एसेट्स कल एसबीआई को ट्रांसफर कर दिए जाएंगे.


स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर के एक अधिकारी ने कहा,‘ यह काफी भावनात्मक मुद्दा है. एसबीटी में 35 साल तक काम करने के बाद कल से हम दूसरे नाम वाले बैंक में काम करेंगे.’ एसबीटी का नाम कल से एसबीआई हो जाएगा. एसबीटी में लगभग 14,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं. इसकी याद में डाक विभाग एसबीटी पर एक विशेष डाक टिकट भी जारी करेगा.

आपको बता दें कि केरल में वामदलों की अगुवाई वाले एलडीएफ और कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ के विरोध के बावजूद बैंकों का यह मर्जर हो रहा है.