देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई मुश्किलों में फंसे यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए और 1760 करोड़ रुपये लगाएगा. स्टेट बैंक ने बुधवार को कहा कि वह यस बैंक के फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर यानी FPO में 1760 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.


बीएसई में फाइल की गई जानकारी के मुताबिक स्टेट बैंक की सेंट्रल बोर्ड कमेटी ने यस बैंक के एफपीओ में 1760 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दे दी है. बैंकों और वित्तीय संस्थानों की यस बैंक में 66.94 फीसदी हिस्सेदारी है. एसबीआई यस बैंक का सबसे बड़ा शेयर होल्डर है. बैंक में इसकी हिस्सेदारी 48.21 फीसदी है. एक्सिस बैंक की हिस्सेदारी 7.95 और एक्सिस बैंक की हिस्सेदारी 4.78 फीसदी है.


कई बैंकों और वित्तीय संस्थानों की यस बैंक में 10 हजार करोड़ का निवेश 


इस साल 13 मार्च को सरकार ने यस बैंक को उबारने के लिए एसबीआई समर्थित प्लान को मंजूरी दे दी थी. इस प्लान के मुताबिक एसबीआई, एचडीएफसी,आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, बंधन बैंक, फेडरल बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने यस बैंक में 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया था. इस प्रक्रिया के तहत यस बैंक के 8415 करोड़ रुपये के AT1 बॉन्ड्स को राइट डाउन करना पड़ा था.


यस बैंक 15 हजार करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की योजना पर काम कर रहा है. यही वजह है कि वह एफपीओ लाने की तैयारी में है. बैंक में अन्य बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने दस हजार करोड़ रुपये की पूंजी लगाई है लेकिन उसे अभी और पूंजी जुटानी है. AT1 बॉन्ड को राइट डाउन करने से भी उसे 6,300 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था. यस बैंक ने अपने इन बॉन्ड्स पर ब्याज की मांग की थी लेकिन आरबीआई ने इसे खारिज कर दिया था. यस बैंक के मुश्किल में फंसने के बाद आरबीआई ने तत्परता दिखाते हुए इसके लिए निवेशक जुटाने में बड़ी भूमिका निभाई थी.