Stock Market Crash: अमेरिका के सात सबसे बड़े टेक दिग्गज, जिन्हें 'मैग्निफिसेंट 7' कहा जाता है, ने सोमवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी. इन कंपनियों ने एक ही दिन में 750 अरब डॉलर (करीब 62 लाख करोड़ रुपये) से ज्यादा का नुकसान झेला. ये कंपनियां हैं, Apple, Microsoft, Tesla, Nvidia, Google की पैरेंट कंपनी Alphabet, Amazon और Meta.


750 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान


अमेरिका की "मैग्निफिसेंट 7" Apple, Microsoft, Tesla, Nvidia, Google (Alphabet), Amazon और Meta, जो टेक्नोलॉजी की दुनिया में राज करती हैं, सोमवार को भारी गिरावट का शिकार हो गईं. शेयर बाजार में आए भूचाल ने इन सात दिग्गज कंपनियों से 750 अरब डॉलर से ज्यादा की वैल्यू साफ कर दी. Nasdaq ने 2022 के बाद से अपनी सबसे बड़ी गिरावट देखी, जिसका बड़ा कारण नए टैरिफ को बताया जा रहा है, जो विदेशी मैन्युफैक्चरिंग पर निर्भर कंपनियों की लागत बढ़ा सकता है.


Apple को लगा सबसे बड़ा झटका


Wall Street के लिए सोमवार का दिन काला साबित हुआ, खासकर टेक सेक्टर के लिए. Apple को सबसे बड़ा झटका लगा और उसने 174 अरब डॉलर की मार्केट वैल्यू गंवा दी. वहीं, AI चिप मेकर Nvidia को भी बड़ा नुकसान हुआ, जिसकी वैल्यू करीब 140 अरब डॉलर घटी. कंपनी जनवरी में अपने पीक पर थी, लेकिन दो महीने में इसका वैल्यूएशन करीब एक-तिहाई घट चुका है.


Tesla का सबसे बुरा हाल


Tesla को भी भारी नुकसान हुआ. कंपनी के शेयर 15 फीसदी गिर गए, जो 2020 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है. दिसंबर के मध्य से अब तक Tesla ने अपनी आधी वैल्यू खो दी है. अकेले सोमवार को कंपनी का 130 अरब डॉलर का नुकसान हुआ.


अन्य टेक दिग्गजों पर भी पड़ा असर



  • Microsoft – 98 अरब डॉलर का नुकसान

  • Alphabet (Google की पैरेंट कंपनी) – 95 अरब डॉलर का नुकसान

  • Amazon – 50 अरब डॉलर का नुकसान

  • Meta (Facebook की पैरेंट कंपनी) – 70 अरब डॉलर का नुकसान


Alphabet और Meta के शेयर 4 फीसदी से ज्यादा गिरे, जबकि Microsoft और Amazon में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई. टेक इंडस्ट्री पर केंद्रित Technology Select Sector SPDR Fund 4 फीसदी से ज्यादा गिरा, जो अब अपने उच्चतम स्तर से 14 फीसदी नीचे जा चुका है.


सेमीकंडक्टर कंपनियों को भी बड़ा झटका


सेमीकंडक्टर कंपनियां, जो नए टैरिफ के खास निशाने पर हैं, बुरी तरह प्रभावित हुईं. VanEck Semiconductor ETF पिछले हफ्ते 3 फीसदी गिर चुका था और अब 16 फीसदी नीचे आ गया है. Marvell Technology में भी 8 फीसदी की गिरावट हुई. ASML Holding और Micron Technology में भी 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. Broadcom में भी 5 फीसदी की गिरावट देखी गई.


आपको बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही में 100 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी, जिससे Taiwan Semiconductor Manufacturing को दुनिया की "सबसे पावरफुल" कंपनी बताया गया. यह कदम अमेरिका में चिप उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है.


भारतीय बाजारों पर भी पड़ा असर


अमेरिकी बाजार में हुई इस बड़ी गिरावट का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखा गया. Sensex और Nifty 50 ने मंगलवार को मिली-जुली प्रतिक्रिया दी. Sensex जहां, 13 अंक गिरकर 74,102.32 पर बंद हुआ. वहीं, Nifty 50 38 अंक बढ़कर 22,497.90 पर बंद हुआ. बाजार में यह अस्थिरता अमेरिका के टैरिफ पॉलिसी के प्रभाव और उसके आर्थिक नतीजों को लेकर बनी अनिश्चितता के कारण देखी जा रही है.


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