Stock Market Crash: ग्लोबल शेयर बाजारों में जो भूचाल आया है उसकी चपेट में घरेलू शेयर बाजार भी लुढ़कते जा रहे हैं. हफ्ते का पहला कारोबारी दिन यानी सोमवार शेयर बाजार के लिए 'ब्लैक मंडे' साबित हो रहा है. क्या अमेरिका, क्या एशिया, क्या यूरोप और क्या मिडिल ईस्ट... सभी शेयर बाजारों में गिरावट की आंधी चल रही है जिसकी चपेट में निवेशक आ गए हैं और पैसा गंवाते जा रहे हैं. भारतीय शेयर बाजार में दलाल स्ट्रील लाल हो गई है. 


दोपहर 12.40 बजे कैसी है भारतीय शेयर बाजार की हालत


भारतीय शेयर बाजार का हाल बेहाल है और दोपहर 12.40 बजे बीएसई का सेंसेक्स 2515.82 अंक या 3.11 फीसदी की भयंकर गिरावट के साथ 78,466 पर आ गया है. एनएसई का निफ्टी आज 24 हजार के अहम स्तर से नीचे फिसल गया और 824 अंक या 3.01 फीसदी की भारी-भरकम गिरावट के साथ 23,893 पर ट्रेड कर रहा है. आज के दिन सेंसेक्स ने 78,295 का सबसे निचला स्तर दिखाया है यानी ये 2600 अंक से ज्यादा फिसला है. 


निवेशकों को 17.50 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का हाई वोल्टेज झटका


बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 17.67 लाख करोड़ रुपये घट चुका है. ये ताजा आंकड़ा दोपहर 1 बजे का है जिसमें मार्केट कैप 439.54 लाख करोड़ रुपये तक फिसल चुका है. शुक्रवार को एमकैप 457.21 लाख करोड़ रुपये पर था यानी सीधा साढ़े सत्रह लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना इंवेस्टर्स को लग चुका है. ग्लोबल गिरावट की बाढ़ में भारतीय निवेशक पिस रहे हैं.


सेंसेक्स के शेयरों का बदहाल हाल


बड़े शेयरों में ONGC सबसे ज्यादा 6.89 फीसदी टूटकर कारोबार कर रहा है. टाटा मोटर्स भी 6.04 फीसदी लुढ़ककर कारोबार कर रहा है. अडानी पोर्ट्स 6.02 फीसदी लुढ़का है और टाटा स्टील 5.25 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहा है. हिंडाल्को 5.18 फीसदी की गिरावट पर कारोबार कर रहा है. इस समय बीएसई सेंसेक्स पर केवल चार शेयर तेजी पर हैं.



भारतीय निवेशकों ने गंवाएं करीब 16 लाख करोड़ रुपये


घरेलू शेयर बाजार में आज सुबह से जो गिरावट की सुनामी चली है उसमें भारतीय निवेशकों के करीब 16 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो चुके हैं. शुक्रवार को बीएसई पर मार्केट कैपिटलाइजेशन 457.21 लाख करोड़ रुपये पर था जो इस समय (दोपहर 12.40 बजे) 441.38 लाख करोड़ रुपये पर आ चुका है. यानी सीधे तौर पर 15.83 लाख करोड़ रुपये पानी मे जा चुके हैं और ये आंकड़ा और बढ़ सकता है.


ग्लोबल बाजारों में मचा हाहाकार


आज का दिन ताईवान के शेयर बाजार के लिए पिछले 57 सालों में सबसे खराब ट्रेडिंग डे साबित हुआ है. एशियाई बाजारों में सबसे प्रमुख जापान का बाजार निक्केई 225 आज 12.4 फीसदी की जबरदस्त गिरावट के साथ बंद हुआ है. ये 1987 के ब्लैक मंडे के बाद आज सबसे ज्यादा एकदिनी गिरावट वाला साबित हुआ है. जापान में भी गिरावट का 37 सालों का ऐतिहासिक रिकॉर्ड टूट गया है.


क्यों भरभरा कर गिर रहे वैश्विक शेयर बाजार


जब अमेरिकी बाजारों में बेरोजगारी दर और कुछ अन्य आर्थिक आंकड़े आशंका से ज्यादा खराब रहे तो अमेरिका में मंदी की आशंका सारी दुनिया के लिए खराब संकेत के तौर पर सामने आई. शुक्रवार से जो गिरावट की सुनामी चली वो आज 'ब्लैक मंडे' में तब्दील हो गई है. वैश्विक शेयर बाजारों में शुक्रवार से बिकवाली का सिलसिला चला जो आज ग्लोबल सेलऑफ में तब्दील हो चुका है.


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