Stock Market में अगले हफ्ते भी जारी रह सकती है गिरावट, फेड रिजर्व, CPI, WPI के आंकड़ों पर रहेगी नजर
Stock Market Update: क्या आने वाले दिनों में भी बाजार में इस तरह की बिकवाली ही देखने को मिलेगी या फिर कुछ सुधार हो सकते हैं.
Stock Market Update: अगर आपने भी स्टॉक मार्केट में पैसा लगा रखा है तो जान लें कि अगले हफ्ते बाजार में कैसा कारोबार होने वाला है...? क्या आने वाले दिनों में भी बाजार में इस तरह की बिकवाली ही देखने को मिलेगी या फिर कुछ सुधार हो सकते हैं. बता दें मई के मुद्रास्फीति के आंकड़ों और अमेरिकी बैंक के फेड रिजर्व के फैसले से इस हफ्ते बाजार की चाल तय होगी.
कच्चे तेल और रुपये का भी दिखेगा असर
इसके अलावा विदेशी रिजर्व का रुख, रुपये का उतार-चढ़ाव ओैर कच्चे तेल के दाम से भी बाजार को दिशा मिलेगी. मार्केट एक्सपर्ट ने यह राय जताई है.
15 जून के फैसले पर रहेगी नजर
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘सभी की निगाह फेडरल रिजर्व की संघीय मुक्त बाजार समिति (FOMC) के 15 जून के फैसले पर रहेगी. मुद्रास्फीति के ‘दानव’ के बीच बाजार ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि की आशंका जता रहा है. बैंक ऑफ जापान भी 17 जून को अपनी मौद्रिक समीक्षा पेश करेगा.’’
FIIs लगातर कर रहे बिकवाली
मीणा ने कहा कि यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ग्लोबल मार्केट में घबराहटपूर्ण बिकवाली के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) का रुख क्या रहता है. पिछले लगातार आठ माह से एफआईआई जमकर बिकवाली कर रहे हैं.
CPI और WPI के आंकड़ों पर भी रहेगी नजर
उन्होंने कहा कि घरेलू मोर्चे पर 13 जून को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) और 14 जून को थोक मूल्य सूचकांक आधारित (WPI) मुद्रास्फीति के आंकड़े आएंगे. इसके अलावा रुपये और कच्चे तेल के उतार-चढ़ाव पर भी बाजार भागीदारों की निगाह रहेगी.
जानें क्या है एक्सपर्ट की राय?
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह आने वाले आंकड़ों और महत्वपूर्ण घटनाक्रमों की वजह से बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रह सकता है.’’ मिश्रा ने कहा कि बाजार भागीदार सबसे पहले अमेरिका के मुद्रास्फीति के आंकड़े और घरेलू औद्योगिक उत्पादन (IIP) के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देंगे. अमेरिका में मुद्रास्फीति 40 साल के उच्चस्तर पर पहुंच चुकी है. IIP के आंकड़े शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद आए थे.
बाजार में है काफी दबाव
उन्होंने कहा कि आगे चलकर 13 जून को सीपीआई और 14 जून को डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति के आंकड़े आने हैं. वैश्विक मोर्चे पर 15 जून को अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजे आएंगे. एक्सपर्ट ने कहा कि ग्लोबल लेवल पर मुद्रास्फीति की वजह से बाजार काफी दबाव में हैं. ऐसे में केंद्रीय बैंकों द्वारा कदम उठाए जाने की उम्मीद है.
2.62 फीसदी फिसला सेंसेक्स
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि बाजार पिछले एक महीने से व्यापक दायरे में हैं. यह स्थिति तबतक बनी रहेगी जबतक की किसी एक दिशा में स्पष्ट संकेत उभरकर सामने नहीं आता. बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,465.79 अंक या 2.62 फीसदी नीचे आया.
ग्लोबल संकेतों का दिखेगा असर
सैमको सिक्योरिटीज में इक्विटी शोध प्रमुख येशा शाह ने कहा कि ग्लोबल पर फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर निर्णय और कच्चे तेल की कीमतों की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा. घरेलू मोर्चे पर इस सप्ताह उपभोक्ता मूल्य सूचकांक और थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े महत्वपूर्ण रहेंगे.
यह भी पढ़ें:
7th Pay Commission: बड़ी खुशखबरी, DA में होगा 5 फीसदी का इजाफा! जुलाई से बढ़ जाएगी कर्मचारियों की सैलरी