Investors Poorer by 7.5 lakhs of Rupees: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद भारतीय शेयर बाजार और उसके निवेशकों के लिये शुक्रवार का दिन काला साबित हुआ. सात महीने की सबसे बड़ी गिरावट के बाद निवेशकों का 7.50 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया. कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से बाजार के निवेशकों के बीच डर का माहौल है.
क्यों है बाजार में मायूसी
- निवेशकों को इस बात का डर सता रहा है कि इस वायरस के फैलने के बाद आर्थिक विकास की रफ्तार सुस्त पड़ सकती है. तो लॉकडाउन लगाने की भी नौबत आ सकती है. दक्षिण अफ्रीका में वायरस का ये नया वैरिएंट पाया गया है और जर्मनी इटली सहित कई यूरोपीय देशों ने वहां से इंटरनेशनल फ्लाइट्स के आने पर रोक लगा दी है. बाजार में डर को मापने वाला इंडेक्स India VIX में 25 फीसदी की उछाल देखने को मिली है और ये 21 के स्तर पर जा पहुंचा है.
- यूरोपीय यूनियन देशों ने सख्ती बढ़ा दी है. Slovakia ने दो हफ्ते का लॉकडाउन लगा दिया है. चेक रिपब्लिक सख्ती करने जा रहा है तो जर्मनी में कोरोना से मरने वालों की संख्या एक लाख को पार कर चुका है.
- कोरोना के मामले कई देशों में बढ़ रहे हैं जिससे बाजार में मायूसी और चिंता है. ऑस्ट्रिया ने कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के बाद फिर से लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. फरवरी महीने से ऑस्ट्रिया वैक्सीन को जरुरी करने जा रहा है.
- महंगाई के बढ़ने का खतरा बना हुआ है जिसके चलते दुनियाभर में ब्याज दर के बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. दिसंबर महीने में आरबीआई भी द्विमासिक कर्ज नीति की समीक्षा करेगी.
- महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में 6 दिसंबर से आरबीआई की तीन दिवसीय मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक शुरू होगी. माना जा रहा है कि 8 दिसंबर को आरबीआई गर्वनर बढ़ती महंगाई के मद्देजनर ब्याज दरें बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं.
- आज शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बिकवाली की है. उन्होंने 2300 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचें हैं. जबकि घरेलू वित्तीय संस्थानों खरीदारी से बचते रहे.
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